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कराटे सीखकर बदमाशों को सबक सिखाएंगी बेटियां

Published - Thu 01, Aug 2019

श्रद्धा इंटरमीडिएट कॉलेज राजातालाब मे आत्मरक्षा कैंप में कराटे का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं छात्राओं ने कहा, गलत करने वालों के साथ खामोशी तोड़कर वार करना सीख लिया है।

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वाराणसी। हम लड़कियां है तो इसका मतलब यह नहीं कि सब कुछ चुपचाप सहते रहें। कोई छेड़खानी करता है या परेशान कर रहा है तो खामोश रहने से काम नहीं चलेगा। गलत करने वालों के साथ खामोशी तोड़कर वार करना सीख लिया है। 27 जुलाई को को श्रद्धा इंटरमीडिएट कॉलेज राजातालाब मे आत्मरक्षा कैंप में कराटे का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं छात्राओं का ऐसा कहना है।
अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से विद्यालय की छात्राओं को दस दिनों तक किक और पंच का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मरक्षा के लिए पारंगत किया गया। शनिवार को विद्यालय की निदेशक संजय सिंह पटेल और प्रधानाचार्य आरती यादव ने छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर ओमप्रकाश भारती, मुन्ना लाल, अल्का सिंह, संतोष यादव, राम सिंह वर्मा मौजूद रहे। मानव एकेडमी की ओर से ज्योति उपाध्याय, पूजा देवी, अंशू, रेनू, कृतिका पटेल, निधिराज गुप्ता, दिव्या पांडेय, खुशबू मौर्या मौजूद रहीं।

  • छात्राओं को अपनी रक्षा के लिए सजग होना होगा। पढ़ाई के साथ लड़कियों को आत्मरक्षा का भी प्रशिक्षण लेना भी जरूरी है, इससे उनके अंदर आत्मविश्वास आएगा। - वंदना पटेल
  • लड़कियां अब कमजोर नहीं है, उन्हें अपनी शक्ति को पहचानना होगा। मुसीबत के समय डर के साथ नहीं बल्कि डटकर गलत करने वाले का जवाब दें। - जिया कुमारी
  • प्रशिक्षण शिविर से हम छात्राओं का हौसला बढ़ा है कि हम अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकते हैं। प्रशिक्षण में किक और पंच के साथ खुद में विश्वास भी जागृत हुआ है। - आसना वर्मा
  • आज के समय में जिस तरह की घटनाएं लड़कियों के साथ घटित हो रही हैं, ऐसे में कराटे के दाव पेंच सीखकर मुसीबत के समय हम अपनी सुरक्षा खुद कर सकते हैं। - ज्योति पटेल