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महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

जिधर देखो समस्याएं ही समस्याएं, देखने वाला कोई नहीं

Published - Wed 18, Sep 2019

ढूंगाधारा में आयोजित महिलाओं की चौपाल में उठी क्षेत्र की जन समस्याएं, महिलाएं बोलीं सड़क की दशा खराब, वार्ड में नहीं जलती स्ट्रीट लाइट, नशेड़ियों से है जनता परेशान, अमर उजाला अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के अंतर्गत हुआ कार्यक्रम

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अल्मोड़ा। अमर उजाला अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के अंतर्गत रविवार को नगर के ढूंगाधारा में आयोजित मोहल्ला चौपाल में महिलाओं ने सफाई व्यवस्था, सीवर लाइन, स्ट्रीट लाइट, बंदरों, लावारिस जानवरों सहित कई समस्याएं उठाईं।
रमा जोशी ने वार्ड में कूड़ेदानों के आसपास फैले कूड़े और बंदरों की समस्या उठाते हुए समाधान की मांग की। कमला भट्ट ने कहा तल्ला पोखरखाली में झाड़ियां उगी हैं पालिका वाले सफाई नहीं करते हैं। दीपश्री जोशी ने बताया कि पोखरखाली से ढूंगाधारा मार्ग में कई जगह पर पानी के पाइप लाइन एक साथ लगे हैं। हेमलता तिवारी ने बताया कि टाउन मैदान में लावारिस जानवर काफी संख्या में घूमते रहते है। नीमा नगरकोटी ने बताया कि वार्ड में दोपहिया वाहन तेज गति से बगैर हेलमेट के वाहन चला रहे हैं। पुलिस यहां चेकिंग करने नहीं आती है। कमला पांडे ने बताया कि मार्ग में शाम के समय स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। गंगोत्री पांडे ने कहा कि इन दिनों यहां नशेड़ियों का यहां अड्डा बन गया है। जिससे महिलाओं और लड़कियां इस मार्ग में जाने से कतराने लगी हैं। गीता पंत ने कहा कि नालियां बंद होने से बारिश में बरसाती पानी घरों में आ जाता है। रेनू जोशी, गीता मेहरा ने भी चेंबर नहीं होने की शिकायत की।
महिला चौपाल में पहुंचे कुछ पुरुषों ने भी क्षेत्र की समस्या उठाईं। कमल बिष्ट ने सीवर लाइन का मुद्दा उठाया। राजेंद्र कैड़ा ने मार्ग और नालियों की बदतर स्थिति की समस्या उठाई। वरिष्ठ नागरिक आनंद बल्लभ जोशी और शंकर दत्त पांडे ने वार्ड में प्राचीन शिव मंदिर के पास बने नौले के जीर्णोद्धार नहीं होने से आ रही मुश्किलों के बारे में बताया। इसके अलावा पूरन चंद्र पांडे, रमेश तिवारी ने भी समस्याएं रखीा। सभासद जगमोहन बिष्ट ने अपने स्तर की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।

महिलाओं ने उठाए प्रमुख मुद्दे

  • - ढूंगाधारा से चीनाखान को जाने वाले मार्ग में एक भी विद्युत पोल नहीं हैं। बच्चों को अंधेरे में ट्यूशन जाना पड़ता है। रेलिंग की भी व्यवस्था नहीं है। कभी कोई हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। - मीना भट्ट
  • जगह-जगह झाड़ियां उगी हैं लेकिन शिकायत के बाद भी पालिका के कर्मियों ने इन्हें साफ नहीं किया। इन दिनों क्षेत्र में तेंदुआ भी दिखाई दे रहा है जिससे लोगों को शाम के समय आने जाने में भय बना हुआ है। - नीलांजना पांडे
  • वार्ड में सबसे ज्यादा आतंक बंदरों का है लेकिन वन विभाग और पालिका ने इस इलाके में कोई कार्रवाई नहीं की है। पानी की समस्या से भी हम बहुत परेशान हैं। जल संस्थान वाले बहाने बनाकर टाल देते हैं। - अंकिता कांडपाल
  • एडम्स से लेकर पोखरखाली-ढूंगाधारा मार्ग में जगह-जगह इतना कूड़ा बिखरा रहता है कि पैदल चलना मुश्किल है। ऊपर से कूड़े के आसपास बंदरों के झुंड लोगों के लिए मुसीबत बन जाते हैं। - रंजना भंडारी