एएसपी बृहस्पतिवार को मेरठ रोड स्थित एसडीए मिशन स्कूल में अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माईल कार्यक्रम में आयोजित पुलिस की पाठशाला के माध्यम से छात्राओं को सशक्तिकरण का पाठ पढ़ा रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुदृढ़ व सशक्त बनाने के लिए अनेक कानून बनाए गए हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में महिलाएं अभी भी उत्पीड़न सह रही हैं, यह बड़ी विडंबना है।
हापुड़। एएसपी सर्वेश कुमार मिश्र ने कहा कि समाज में अभी भी कई कारणों से महिलाओं के प्रति भेदभाव किया जाता है। इस भेदभाव को खत्म करने व आधी आबादी को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अनेक कानून व जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। महिलाओं को भी अपनी चुप्पी तोड़कर अपराध के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए।
एएसपी बृहस्पतिवार को मेरठ रोड स्थित एसडीए मिशन स्कूल में अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माईल कार्यक्रम में आयोजित पुलिस की पाठशाला के माध्यम से छात्राओं को सशक्तिकरण का पाठ पढ़ा रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुदृढ़ व सशक्त बनाने के लिए अनेक कानून बनाए गए हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में महिलाएं अभी भी उत्पीड़न सह रही हैं, यह बड़ी विडंबना है। उन्होंने कहा कि बेटियां घर से निकलते समय जिस वाहन में सफर करें उसका नंबर अवश्य अपने अभिभावकों को मैसेज कर दें। यदि किसी छात्रा को कोई परेशानी है तो वह पुलिस को सूचित करे। 1090 हेल्पलाइन नंबर के जरिए शिकायत करने वाली बालिका व महिलाओं की जानकारी गोपनीय रखी जाती है, साथ ही उनके साथ अपराध करने वालों को कड़ा सबक सिखाया जाता है।
उन्होंने बताया कि बेटियों की सुरक्षा के लिए जिले में पिंक बॉक्स सुविधा लागू की जा रही है। स्कूलों में भी यह बॉक्स लगाए जाएंगे। बेटियां सिर्फ शिकायत लिखकर पत्र इस बॉक्स में डाल सकेंगी, उन्हें अपना घर का पता आदि भी नहीं लिखना होगा। पुलिस दिन में एक बार बॉक्स से शिकायती पत्रों को लेकर, उन पर एक्शन लेगी। ऐसे में बालिकाओं को आए दिन होने वाले अप्रिय व्यवहार से निजात मिल जाएगी।
उन्होंने बताया कि यदि महिलाओं के साथ अपराध हो तो वह 100 डायट का लाभ उठा सकती हैं। नंबर डायल करने के 12 मिनट के अंदर पुलिस आपके पास होगी। उन्होंने बताया कि 100 डायल सेवा में हापुड़ जिला पूरे जॉन में प्रथम स्थान पर है। इस दौरान एएसपी ने बेटियों से अन्याय अब नहीं सहेंगे, चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो के नारे लगवाए। साथ ही साइबर क्राइम से बचने के तरीकों से अवगत कराया।
महिला थानाध्यक्ष आदेश कौर ने छात्राओं को गुड और बैड टच का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमें प्रत्येक बात अपनी माता व शिक्षिकाओं से अवश्य शेयर करनी चाहिए, जो महिलाएं व छात्राएं समस्या बताने में संकोच करती हैं वहीं उत्पीड़न को सहन करती है। हमारे देश में एक तिहायी महिलाएं संकोच की वजह से ही परेशान रहती हैं। नारियों की सुरक्षा के लिए अनेक हेल्पलाइन नंबर, कानून बनाए हुए हैं। इसलिए डरे नहीं, उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ जमकर आवाज उठाएं।
उन्होंने छात्राओं को धारा 354 ए, बी, सी और डी, धारा 376 की जानकारी दी, साथ ही हेल्पलाइन नंबरों की भी जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं से अपने साथ मिर्च स्प्रे, सेफ्टी पिन अवश्य रखने की बात कही।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.