संकल्प शक्ति, लगन और कड़ी मेहनत से महिलाएं कुछ भी करने में सक्षम हैं।
मिर्जापुर। अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत शनिवार को नेशनल कान्वेंट स्कूल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें स्कूल की प्रधानाध्यापिका और मुख्य अतिथि डिंपल गुप्ता ने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं। संकल्प शक्ति, लगन और कड़ी मेहनत से महिलाएं कुछ भी करने में सक्षम हैं। इस दौरान 20 महिलाएं मौजूद थीं।
मुख्य अतिथि ने कहा कि यदि महिलाएं अपनी शक्ति पहचान लें तो वह किसी भी मुसीबत को पराजित कर सकती हैं। उन्होंने एसिड अटैक पीड़ित लक्ष्मी अग्रवाल का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने जिजीविषा के बल पर मृत्यु को भी पराजित कर दिया। पार्वती द्विवेदी ने कहा कि यदि घर से ही संस्कार मिले तो समाज में अपराध कम हो सकता है। महिलाओं ने हमेशा समाज को नेतृत्व दिया है। कल्पना चावला ने अंतरिक्ष तक में उपस्थिति दर्ज कराई है। अंजुला सरकार ने नारी शक्ति को अपरिमित बताया। शमा परवीन ने कहा कि समाज में कुछ घटनाएं हो जाती हैं। यदि बच्चों को बचपन में अच्छा वातावरण नहीं मिलता तो वे अपराधी हो जाते हैं। इसलिए महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी है। नीलू पाठक और कुसुम पांडेय ने भी विचार प्रकट किए। विद्यालय के प्रबंधक प्रत्युष कुमार ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के तमाम प्रयास हो रहे हैं] लेकिन महिलाओं को भी जागरूक होना होगा। इस अवसर पर उपासना, अर्चना राव, सुनीता रावत, प्रमिला, किरन, फरजाना, सुमन गुप्ता, सुनीता त्रिपाठी, शबाना अंसारी, शांति, कंचन, प्रीति भी थीं। संचालन पार्वती द्विवेेदी ने किया।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.