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कोरोना से सुरक्षित रहना है तो घर में ही रहें

Published - Fri 24, Apr 2020

बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ द्वारा ग्राम सिलावन में अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। तीन मई तक संपूर्ण लॉकडाउन है। ऐसे में हम सब का कर्तव्य है कि बीमारी से बचने के लिए अपने-अपने घरों में ही रहें। लॉकडाउन का पालन करते हुए सावधान भी रहें।

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ललितपुर। बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ द्वारा ग्राम सिलावन में अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। तीन मई तक संपूर्ण लॉकडाउन है। ऐसे में हम सब का कर्तव्य है कि बीमारी से बचने के लिए अपने-अपने घरों में ही रहें। लॉकडाउन का पालन करते हुए सावधान भी रहें।
उन्होंने कहा कि देश में संपूर्ण लॉकडाउन है। परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर ही रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। सभी को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। घर के सदस्यों का टाइमपास करने के लिए रोज तरह-तरह के पकवान बना रही हैं। ज्यादातर समय बच्चों को पढ़ाने में दे रहीं हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए महिलाएं सतर्क हैं। वह घर में बच्चों का ख्याल करती हैं और उनके साथ ज्यादा समय व्यतीत करतीं हैं, ताकि बच्चे घरों से बाहर न निकलें और उन्हें संक्रमण का खतरा न हो।
वे स्वयं लॉकडाउन का पालन कर रहीं हैं। सभी से आशा करती हैं कि लोग पालन करें। परिवार के सदस्य बार-बार सैनेटाइजर से हाथ साफ करते हैं। इस दौरान हरीबाई, कुंजा, रामकली, पुष्पा, मानबाई आदि महिलाएं मौजूद रहीं।

  • घर में ही बच्चों के साथ समय बिताते हैं। ज्यादातर समय पूजा-पाठ में ही निकल जाता है। बच्चों के साथ रहते हुए दिन कब निकल जाता है, पता ही नहीं चलता है। - हरीबाई
  • परिवार के सदस्यों सहित बच्चों को घर में सुरक्षित रखने के लिए और संक्रमण से बचाव के लिए घर में ही बच्चों को जागरुक कर रहे हैं। बच्चे स्वास्थ्य रहें और घर में ही रहें, इसके लिए विशेष प्रकार के व्यंजन भी बच्चों को बनाते हैं। - कुंजा
  • घर में दिन भर पूजा पाठ करते हैं, इससे परिवार के सदस्य घर से बाहर नहीं निकल रहे, अन्य लोगों को भी इसी प्रकार के उपायों को करना चाहिए। इससे लॉकडाउन का पालन होगा और घर में पूजा पाठ होने से सुख शांति भी रहेगी। - रामकली
  • बच्चों को स्वयं पढ़ाने से बच्चे पढ़ाई में होशियार होते हैं। इसलिए इन दिनों फ्री हैं, तो दिनभर घर में कोई काम नहीं रहता इसलिए खुद का और बच्चों का टाइमपास करने के लिए उनको कहानियां सुनाते हैं। उनके साथ तरह- तरह गेम्स खेलते रहते हैं। - पुष्पा
  • कोरोना वायरस से लड़ने और इससे निपटने के लिए हम तैयार हैं। कोरोना से डरने की नहीं, बल्कि लड़ने कि जरुरत है। घर में सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं। - मानबाई