लोगों को जागरूक करने के लिए राहों पर जुटी हैं एनसीसी कैडेट्स, चौराहों पर तैनात रहकर करा रहीं लॉकडाउन का पालन, लोगों को मास्क लगाने और सैनिटाइजेशन के लिए कर रहीं प्रेरित
झांसी। वे पूरी मुस्तैदी से अपने फर्ज को अंजाम दे रही हैं, ताकि कोरोना जैसा गंभीर मर्ज किसी को नहीं हो। लोगों को लॉकडाउन का पाठ पढ़ाना हो या मास्क लगाने के लिए प्रेरित करना हो, हर मोर्चे पर एनसीसी और एनएसएस की कैडेट्स बढ़-चढ़कर पहल कर रही हैं। बैंकों के बाहर और चौराहे पर मुस्तैद रहकर सोशल डिस्टेंसिंग की भी सीख दे रही हैं। जिले में कोरोना का संक्रमण कदम न रख पाए, इसके लिए आधी आबादी भी पूरी तरह से भागीदारी निभा रही है।
महानगर की सड़कों पर इन दिनों एनसीसी कैडेट्स लोगों को लॉकडाउन का पालन कराने में लगी हुई हैं। लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करती हैं। इलाइट चौराहे पर तैनात एनसीसी के कैडेट हर आने जाने वाले को रोककर बाहर घूमने का कारण पूछती हैं और सैनिटाइजेशन करने के बारे में बताती हैं। निस्वार्थ सेवा के तौर पर अपने काम में जुटीं स्वयंसेवक खुद का भी पूरा ध्यान रखती हैं। परिवार के लोग भी देश सेवा के इस कार्य में उनकी मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रशासन भी उनकी भरपूर मदद कर रहा है। कैडेट्स का कहना है कि लोगों को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। इस जंग को जीतने के लिए सबको कुछ न कुछ योगदान देना होगा।
कहती हैं कैडेट्स
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.