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स्टे एट होम कैंप में भाग लेने से बच्चों की प्रतिभा में आ रहा निखार

Published - Fri 10, Apr 2020

स्टे एट होम कैंप में बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। स्कूल की सोशल साइट्स पर रोज विभिन्न प्रकार के नए-नए टास्क दिए जाते हैं, जिन्हें बच्चों को घर बैठे ही पूरे करने होते हैं। उन टास्कों को पूरा करने के लिए बच्चे घर पर ही बहुत मेहनत कर रहे हैं। प्रतिदिन अपनी वीडियो बनाकर स्कूल की सोशल साइट पर भेजते हैं। इससे बच्चों को रोज कुछ न कुछ नया सीखने को  मिल रहा है। इससे बच्चों की प्रतिभा में निखार आ रहा है।

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ललितपुर। बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ द्वारा शहर के तालाबपुरा में अपराजिता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उनके बच्चे सकरात्मक कार्य कर रहे हैं। बच्चों और उनका टाइमपास हो रहा है, बच्चों को इन दिनों में नई जानकारियां मिल रहीं हैं। बच्चों की झिझक खत्म होने के साथ-साथ उनकी प्रतिभा में निखार आ रहा है।
 महिलाओं ने कहा कि स्टे एट होम कैंप में बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। स्कूल की सोशल साइट्स पर रोज विभिन्न प्रकार के नए-नए टास्क दिए जाते हैं, जिन्हें बच्चों को घर बैठे ही पूरे करने होते हैं। उन टास्कों को पूरा करने के लिए बच्चे घर पर ही बहुत मेहनत कर रहे हैं। प्रतिदिन अपनी वीडियो बनाकर स्कूल की सोशल साइट पर भेजते हैं। इससे बच्चों को रोज कुछ न कुछ नया सीखने को  मिल रहा है। इससे बच्चों की प्रतिभा में निखार आ रहा है।
लॉकडाउन के इक्कीस दिनों में स्कूल द्वारा 21 टास्क दिए जा रहे हैं। एसडीपीएस इंटरनेशनल स्कूल द्वारा प्रतिदिन एक टास्क दिया जाता है। टास्क बेहतर तरीके से पूरा करने के लिए बच्चों में होड़ रहती है। स्कूल द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले तीन श्रेष्ठ प्रतिभागियों को क्रमश: प्रथम पुरस्कार सैमसंग टैबलेट, द्वितीय पुरस्कार साइकिल व तृतीय पुरस्कार डिजिटल पैड दिए जाने की घोषणा की गई है। महिलाओं ने कहा कि इससे बच्चे दिनभर व्यस्त रहते हैं और बच्चों के साथ पूरे परिवार का टाइमपास हो जाता है। वह पूरी तरह जागरुक हैं और कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को उपाय कर रहीं हैं।

  • सभी लोगों को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। लॉकडाउन के दिनों में बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए घरों में ही रहने की सलाह देना चाहिए। - शशि जैन
  • घरों में ही रहें, मास्क का प्रयोग करें, किसी से मिलें तो हाथ न मिलाएं, नमस्ते करें एवं एक मीटर की दूरी बनाए रखें। हर आधे घंटे में अपने हाथों को साबुन या सैनेटाइजर से बार- बार साफ करते रहें, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण का भय न हो। - पूजा जैन
  • घर पर ही बच्चों के साथ मनोरंजन करें, ताकि लॉकडाउन का भी पालन होगा और हम परिवार सहित शहर को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकेंगे। - आशा
  • कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में अपने पैर पसार लिए हैं, हमारे देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में हम सभी का घरों में ही रहना उचित है। - प्रियंका जैन
  • बच्चे घर पर बैठे- बैठे लॉकडाउन का लाभ ले रहे हैं। इन दिनों बच्चे स्कूल द्वारा चलाए जा रहे स्टे एट होम कैंप के घर बैठे हिस्सा बने हुए हैं। घर से ही वीडियो बनाने में व्यस्त रहते हैं। इससे संक्रमण का खतरा भी नहीं है। - दिव्या चौधरी
  • इन दिनों कोरोना वायरस के कारण सभी जगह लॉकडाउन है। इससे बचाव के लिए हम अपनी जिम्मेदारी समझ रहे हैं। घर में ही बच्चों का ध्यान रख रहे हैं। - रश्मि
  • लॉकडाउन के समय में बच्चों की फरमाइश पूरी करना बहुत जरूरी है, ताकि बच्चे घरों से बाहर न निकलें और उन्हें संक्रमण का भी किसी भी प्रकार का खतरा न हो। - प्रतिभा
  • इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए स्टे एट होम कैंप में शामिल होने के लिए जागरुक कर रहे हैं। बच्चों की प्रतिभा में निखार आएगा और घर में ही रहेंगे। - सोनाली जैन
  • स्टे एट होम कैंप से बच्चों को बहुत मदद मिल रही है। वह घर में ही रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। सोशल मीडिया का भी सहारा मिलने से बच्चे घर पर बोर नहीं हो रहे हैं। - प्रिया जैन