Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

बुलंदशहर : अब नारी नहीं रहीं बेचारी

Published - Sat 19, Jan 2019

'अपना हक-अपनी ताकत' कार्यक्रम

बुलंदशहर। आज भारत की रक्षा मंत्री एक महिला है, जो देश की पूरी सैन्य व्यवस्था को संभाल रही हैं। प्रतिभा पाटील देश की राष्ट्रपति रही हैं तो इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए देश को नई दिशा दी। लेकिन समाज में आज भी बेटे और बेटियों में भेदभाव की व्यवस्था समाप्त नहीं हो पाई है। घरेलू हिंसा के कारण महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और घरों में ही घुट-घुट कर जी रही हैं। इस व्यवस्था को महिलाओं को ही बदला होगा। अपराजिता अभियान के तहत 18 जनवरी को नगर के चौक बाजार में भारत विकास परिषद बुलंदशहर सेवार्थ के सहयोग से आयोजित 'अपना हक-अपनी ताकत' कार्यक्रम में महिलाओं ने यह विचार साझा किए। इस दौरान परिषद में महिला शाखा की जिला संयोजिका डॉ. संगीता मित्तल ने' ऐ मेरे वतन की नारी, तू नहीं है बेचारी' कविता पढ़कर अपने अधिकार पाने के लिए नारी को अपराजिता होकर बढऩे के लिए जागरूक किया। जिला महिला संयोजिका राखी गुप्ता, संस्कार शाखा से पारूल गुप्ता, समर्पण शाखा से अंशु जिंदल, शौर्य शाखा से शिखा अग्रवाल, बरन शाखा से शालिनी जिंदल, भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय मंत्री मंजू बाल्मीकि, कल्पना भटनागर, सुमन जैन और भागेश बंसल ने महिलाओं को जागरूक होने, शिक्षित होने और अशिक्षित महिलाओं को जागरूक करने की जरूरत पर बल दिया। इस दौरान भाविप के संरक्षक गौरव मित्तल, अध्यक्ष विजय गुप्ता, सचिव दीपू गर्ग, कोषाध्यक्ष विकास ग्रोवर आदि ने भी अमर उजाला की पहल की सराहना की। (18-1-19)