अपराजिता अभियान
अमर उजाला के अपराजिता :100 मिलियन स्माइल्स अभियान के तहत विभिन्न शहरों में मतदाता जागरुकता से जुड़े कार्यक्रम हुए। लोगों ने मतदान करने तथा लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने की शपथ ली। इस दौरान अपराजिता शपथ पत्र भरे गए तथा नारी गरिमा का संकल्प लिया गया।
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युवा अधिक से अधिक करें मतदान : अल्मोड़ा। लोकसभा चुनाव के तहत 11 अप्रैल को मतदान होंगे। युवा इसमें अधिक से अधिक भागीदारी निभाएं और वोट करें। अगर युवा खुद मतदान करने के साथ लोगों को भी प्रेरित करेंगे तो वोटिंग प्रतिशत बढ़ेगा। इससे सशक्त सरकार का गठन होगा। यहां आयोजित कार्यक्रम में सभी ने मतदान करने की शपथ भी ली।
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मतदान से बदलेगी देश की सूरत : बाराबंकी। मतदान हमारा अधिकार है इसमें ज्यादा ज्यादा वोट डालने से ही देश की सूरत बदलेगी। शहर के नाका सतरिख पर आयोजित मतदाता जागरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए शहर के व्यापारियों ने यह बात कही। इस दौरान सभी ने परिवार के सदस्यों और लोगों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करने की बात कही।
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वोट करना कर्तव्य: गोरखपुर। वोट करना हर मतदाता का अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है। गोरखपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रहीं छात्राओं ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस बार वोट विकास के नाम पर होगा। मतदाताओं को भी बिना किसी लालच या प्रलोभन के देशहित और उसके विकास को ध्यान में रखते हुए मतदान करना चाहिए। इसके लिए भी वे लोगों को प्रेरित करेंगी।
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बढ़ाएं मतदान प्रतिशत : बस्ती। लोकतंत्र में आपका एक मत भी बड़ी भूमिका निभाता है। जिले में 41 प्रतिशत लोग मतदान में भागीदारी नहीं करते। महज 59 प्रतिशत ही सरकार के लिए प्रतिनिधि चुनते हैं। जिले में महिलाओं का मतदान प्रतिशत कम है। यही कारण है कि अपराजिता मुहिम के तहत महिला मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। यह बात डीएम डॉ. राजशेखर ने सेंट्रल मॉडल स्कूल नरायनपुर बस्ती में आयोजित लोकतंत्र की पाठशाला में कही। उन्होंने कहा कि वोटिंग के दिन घर से निकल कर स्वतः बूथ पर पहुंचें, जिससे शत प्रतिशत मतदान की ओर जिला बढ़ सके।
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सशक्त सरकार के लिए करें मतदान : सीतापुर। लालबाग पार्क में मतदाता जागरुकता कार्यशाला हुई। इसमें इसमें सभी ने शत प्रतिशत मतदान करने का संकल्प लिया। इस दौरान मतदान का महत्व बताया गया। साथ ही कहा गया कि लोकतंत्र का यह पर्व इसलिए मनाया जाता है ताकि देश को सशक्त सरकार मिले और वह देश का विकास कर सके। इसलिए सभी मतदान करें और लोगों को भी प्रेरित करें।
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किसानों की समस्या सुनने वालों को करेंगे मतदान : बलरामपुर। चीनी मिल परिसर में किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम हुआ। इसमें किसानों ने अपनी दुश्वारियां गिनाते हुए सरकार व जनप्रतिनिधि के संबंध में विचार साझा किए। किसानों ने कहा कि चुनाव के समय राजनीतिक दलों एवं उनके प्रत्याशियों द्वारा बड़े-बड़े वादे तो किए जाते हैं, लेकिन किसानों का दर्द कोई नहीं समझता। किसानों ने कहा कि महंगाई बढ़ने के कारण फसल की लागत तो बढ़ती ही जा रही है, लेकिन फसल का वाजिब मूल्य हमें नहीं मिल पाता है। गन्ना किसानों को फसल बेचने के लिए जहां विभाग एवं चीनी मिलों का चक्कर काटना पड़ता है वहीं उन्हें समय से मूल्य का भुगतान भी नहीं मिल पाता है। किसानों ने कहा कि जो हमारी समस्याओं को समझेगा और हमारे हितों के लिए संघर्ष का विश्वास दिलाएगा उसे ही हम लोग अपना प्रतिनिधि चुनेंगे।
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मजबूती से आगे बढ़ें युवतियां : बहराइच। युवतियों को अपने अधिकार व सम्मान के लिए मजबूती से आगे आना होगा। जब तक वे अपने मन से डर नहीं निकालेंगी, तब तक समाज में उच्च स्थान नहीं हासिल कर पाएंगी। यह विचार ताइक्वांडो प्रशिक्षक इसरार अली ने एमडी वैरियर्स स्पोर्ट्स एकेडमी सिविल लाइंस में व्यक्त किए। अपराजिता अभियान के तहत वोडाफोन सखी के सहयोग से आयोजित सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप में उन्होंने कहा कि महिलाओं को किसी भी परिस्थिति को लेकर घबराने व चिंतित होने की बजाए उनका डटकर मुकाबला करना चाहिए। महिलाएं अब अपने को कमजोर नहीं समझें। महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं, जिसमें उन्हें समाज का साथ भी मिल रहा है। युवतियों व महिलाओं को मन में छिपा डर निकालना होगा। उन्होंने बाद में छात्राओं को आत्मरक्षा के कई प्रशिक्षण भी दिए।
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मतदान सबसे बड़ी ताकत : सुल्तानपुर। अमेठी के लिटिल फ्लॉवर्स स्कूल में व्यापारियों के साथ मतदाता जगरूकता पर चर्चा हुई। व्यपारियों ने एक सुर में मतदान को हर नागरिक का कर्तव्य बताया। कहा कि मतदान लोकतंत्र में जनता की सबसे बड़ी ताकत है। अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही प्रत्याशी चयन में भी सावधानी बरतने की बात कही।
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पहली बार के वोटर हुए तैयार : श्रावस्ती। एटीएस भयापुरवा में मतदाता जागरुकता कार्यशाला हुई। इसमें पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं ने शत प्रतिशत मतदान करने व घर के और भी लोगों को मतदान कराने का संकल्प दिलाया। इस दौरान छात्राओं ने इस लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका निभाने की शपथ ली। कार्यशाला में छात्राओं ने कहा कि लोकसभा का चुनाव एक पवित्र कार्य है। इससे हमारा लोकतंत्र तो मजबूत होता ही है। साथ ही नई दिशा व दशा भी तय होती है। इसलिए वह पहली बार मतदान के लिए तैयार हैं। वह स्वयं मतदान करेंगे ही, अन्य लोगों को भी मतदान के प्रति जाबगरूक करेंगी।
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हर मतदाता ने लिया संकल्प : अयोध्या । शहर में दो जगह मतदाता जागरुकता कार्यक्रम हुए। गुरुनानक गर्ल्स डिग्री कॉलेज में आयोजित मेडिकल कैंप के दौरान मतदान की शपथ ली गई। इसमें डॉक्टर्स, शिक्षक और शहर के नागरिकों ने हिस्सा लेते हुए वोट करने की बात कही। इसी तरह बीकापुर खंड विकास अधिकारी कार्यालय में मतदान की शपथ दिलाई गई। श्हसं लोगों ने खुद वोट देने और घर-परिवार समेत पड़ोसियों का वोट दिलाने का संकल्प लिया।
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बेटियों को सुरक्षा देने वालों को करेंगे मतदान: लखनऊ। गांव की सूरत बदल जाई ऐसी बतिया पिछली बेरिया भी नेता खूब करी रहनि। वहिका अमल मा लावय खातिर कौनो नेता मजबूत कोशिश नाई करिस। बच्चन की पढ़ाई, बुजुर्गन केरि बीमारी का इलाज और बिटियन की सुरक्षा की पक्की बात करें वाले के हक में हम सब मतदान करब। अबकी बार पछताए की नौबत न आवै।’ करियाखेड़ा में लगी चुनावी चौपाल में गांव-गिरांव से जुड़ी खूब बातें हुईं। आयोजन अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स मतदाता जागरूकता अभियान के तहत किया गया था। प्रधान राजेश कुमार सहित ग्रामीणों ने कहा कि बगैर दबाव में मतदान करें। इधर, पुरुष तो दूसरी ओर महिलाएं अपनी चुनावी चौपाल में मशगूल थी। वे बोलीं कि बेटियों की सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है। अक्सर बेटियों पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं। इस पर सरकारें नहीं ध्यान दे रही हैं। हमारा नेता ऐसा होना चाहिए जो हमें एक बेहतर माहौल दे सके।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.