अपराजिता अभियान
अपराजिता अभियान के तहत एक मार्च को हुए आयोजनों में बेटियों की शिक्षा को लेकर अलख जगाई गई। लोगों को जागरूक किया गया कि बेटियों की शिक्षा से ही घर और समाज की तरक्की हो सकती है। इस दौरान शपथ पत्र भरे गए तथा नारी गरिमा का संकल्प लिया गया।
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नारी सशक्तीकरण के लिए निकाली रैली :शिमला। बेटियों को स्कूल भेजने और बेटे-बेटी में भेदभाव दूर करने का संदेश देने के लिए विद्यार्थी रैली के रूप में रामपुर शहर में निकले। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पदम छात्र स्कूल से अपराजिता रैली की शुरुआत हुई, जिसे थाना प्रभारी रवींद्र नेगी ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सनशाईन पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य सुषमा मखैक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्रवक्ता पीपी दुल्टा और नगर परिषद रामपुर की पार्षद साधना शर्मा ने नारी सशक्तीकरण पर जोर दिया तथा छात्राओं को मन लगाकर पढ़ाई करने को प्रेरित किया। इस दौरान 600 छात्राओं ने शपथ पत्र भरे।
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आत्मरक्षा के सीखे दांवपेच : देहरादून। हर छात्रा, महिला को अपनी सुरक्षा करनी आनी चाहिए। हर जगह आपको तत्काल मदद नहीं मिल सकती। ऐसे में खुद को मजबूत करें, निडर बनें और सुरक्षा करना सीखें। एडीफाई स्कूल में आयोजित सेल्फ डिफेंस शिविर में छात्राओं से यह बात कही गई। इस दौरान छात्राओं को आत्मरक्षा के दांवपेच सिखाते हुए नियमित अभ्यास करने को भी प्रेरित किया गया। शिविर में छात्राओं ने भी उत्साह दिखाया
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सुरक्षित व स्वस्थ रहें : श्रावस्ती : छात्राओं को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। हमेशा सतर्क रहते हुए अध्ययन करके सफलता हासिल करनी चाहिए। इसी से वे समाज की सोच बदल सकेंगी। इसके अलावा छात्राओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति स्कूल भयापुरवा में आयोजित संवाद कार्यक्रम में यह बात वक्ताओं ने कही। जिला समाज कल्याण अधिकारी राकेश रमन, भिनगा कोतवाली प्रभारी दद्दन सिंह, सीएचसी से डॉ. विनय वर्मा व प्रधान शिक्षिका कादंबिनी ने छात्राओं को प्रेरित किया।
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बेहिचक अपनी बात कहने की क्षमता रखें : अंबेडकरनगर। महिला उत्थान के लिए जरूरी है कि महिलाओं को अपने अधिकार के बारे में पूरी जानकारी हो। साथ ही उन अधिकारों का समय पर उपयोग करने की क्षमता हो। इसके लिए महिलाओं व युवतियों को पूर्ण रूप से साक्षर होना होगा। यह विचार प्रबंधक रामदीन वर्मा ने रखे। वे वंशराज स्मारक इंटर कॉलेज नासिरपुर अकबरपुर में आयोजित परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे। कहा कि युवतियों को आगे बढऩे के लिए तमाम रास्ते हैं। बस जरूरत है, उन्हें अपनी इच्छा के अनुसार चुनने की। किसी भी सफलता को हासिल करने के लिए युवतियों व महिलाओं को दृढ़ इच्छाशक्ति पैदा करनी होगी। ऐसा तभी होगा, जब उन्हें अपने अधिकार के बारे में जानकारी होगी।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.