अपराजिता अभियान
अमर उजाला के अपराजिता: 100 मिलियन स्माइल्स अभियान के तहत 24 मार्च को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ और जनपद बस्ती में आयोजन हुए। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं,ऐसे में अपराजिता अभियान के साथ मतदाताओं को जागरूक करने की शुरुआत की गई। मतदाता सूची में नाम शामिल होने वाले विद्यार्थियों को वोट का महत्व बताया गया तथा अन्य विद्यार्थियों को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाते हुए लोगों को वोट देने के लिए प्रेरित करने की सीख दी गई।
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हमारी ताकत, हमारा वोट : लखनऊ । कृष्णानगर वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों व पदाधिकारियों ने अपराजिता संवाद में 'हमारी ताकत-हमारा वोट' विषय पर बात की। वोटर अवेयरनेस वर्कशॉप में शामिल लोगों ने माना कि शहरी क्षेत्र में महिलाएं आज भी वोट देने कम जाती हैं। इस जड़ता को खत्म करने की जरूरत है। सभी ने वादा किया कि वह अपनी सोसाइटी में हर किसी को वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही वोटिंग वाले दिन सभी महिलाएं अपने-अपने परिवार के सदस्यों को लेकर पहले वोट डालने जाएंगी, फिर रसोई का काम निपटाएंगी। कृष्णानगर रेजीडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी की प्रेसीडेंट वीना खुराना के नेतृत्व में सभी ने अपराजिता शपथ लेते हुए इस मुहिम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
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मतदान केंद्रों तक पहुंचें महिलाएं : बस्ती। शत-प्रतिशत मतदान से ही सशक्त लोकतंत्र का निर्माण होता है। ऐसे में आधी आबादी का फर्ज है कि खुद मतदान करें और परिवार तथा शुभ चिंतकों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। महिलाएं जिस दिन अपने अधिकारों को समझ कर मतदान केंद्र पहुंचेंगी, उस दिन शत-प्रतिशत मतदान होकर रहेगा। एपीएन पीजी कॉलेज में आयोजित मतदाता जागरुकता गोष्ठी में सीडीओ अरविंद पांडेय ने यह बात कही। इस दौरान 134 महिलाएं शपथपत्र भरकर अपराजिता मुहिम की हिस्सा बनीं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.