मानव शृंखला से दिया मतदान का संदेश
आजमगढ़। जिला प्रशासन और अमर उजाला के अपराजिता अभियान के सहयोग से मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में हाफिजपुर चौराहे से नरौली तिराहे तक मानव शृंखला बनाई गई। शहर के 27 विद्यालयों के लगभग आठ हजार बच्चे इसमें शामिल हुए। देखते ही देखते हाथ मिलते गए और कारवां बनता गया। लगभग छह किमी लंबी इस शृंखला के जरिये बच्चों, स्वयंसेवी संस्थानों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने मतदाता जागरूकता का संदेश दिया। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, एसपी बबलू कुमार और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने पैदल चलकर शृंखला के कड़ी के लोगों का हौसला बढ़ाया। जिला प्रशासन, आकांक्षा समिति, स्वीप, अमर उजाला अपराजिता और लाइफ लाइन फाउंडेशन की ओर से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत 23 जनवरी को बन इसी मानव शृंखला ने नया कीर्तिमान गढ़ा। नगर के हाफिजपुर चौराहे पर जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने हरी झंडी दिखाई। जिला स्केटिंग संघ के बच्चे स्केटिंग करते हुए चल रहे थे। पीछे ढोल ताशा पार्टी लोगों आह्लादित कर रही थी। काफिला देखते-देखते जनसैलाब में तब्दील हो गया। मानव शृंखला के माध्यम से मतदाता जागरूकता की अलख जगाई गई। लोगों को समझाया गया कि मतदान उनका अधिकार है। इसके प्रयोग जरूर करें। आपका एक वोट देश को अच्छी सरकार दे सकता है। अपने मत की सही प्रयोग करें। एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह, वित्त एवं राजस्व गुरु प्रसाद गुप्ता, सीएमओ डॉ. रवींद्र कुमार, डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय कुमार, डीआईओएस डॉ. वीके शर्मा, बीएसए देवेंद्र कुमार, एसपी सिटी कमलेश बहादुर, एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह, लाइफ लाइन के निदेशक डॉ. पीयूष कुमार सिंह, बीआरडी के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष उमेश सिंह गुड्डू ने भी बच्चों की हौसला अफजाई की। (23-1-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.