किसी ने मां की पेंटिंग बनाई तो किसी ने फोटो फ्रेम बनाए, गोवर्धन के वात्सल्य स्कूल में दिखा मां का प्यार व दुलार
गोवर्धन। यहां साथ मां न थी, लेकिन उसका प्यार और दुलार सबके साथ था। सभी मां के उस आंचल को महसूस कर मुस्कुरा रहे थे और होड़ थी कि सभी अपनी मां को सबसे प्यारी और सबसे न्यारी बता रहे थे। ये वो छोटे बच्चे और बच्चियां थे, जो थे तो स्कूल में, लेकिन घर पर बैठी मां के बारे में सोच कर इठला रहे थे। गोवर्धन के वात्सल्य स्कूल में 9 मई को मदर्स-डे मनाया गया। इस दौरान कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला। बच्चों ने अपनी मां की पेटिंग और फोटो फ्रेम तैयार किए। मां के प्यार को दर्शाती एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। करीब 500 बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और बोला, सबसे प्यारी मेरी मां-सबसे न्यारी मेरी मां।
पेटिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी मां के फोटो को अपनी बचपन की यादों व उसके प्यार व दुलार के साथ सजाया। सभी बच्चों ने अपने हुनर से तैयार की गई पेंटिंग व फोटो घर जाकर मां को भेंट की। शुभारंभ प्रबंधक हरेश शर्मा व आशू अग्रवाल ने सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इसके बाद मां की फोटो के साथ फ्रेमिंग व पेटिंग की प्रतियोगिता हुई। छात्रा दीपिका भारद्वाज ने बताया कि मां ऐसा शब्द है जिसे बोलते ही अपने दिल में खुशी की लहर आ जाती है। छात्रा पूनम खंडेलवाल ने बताया कि मां का प्रेम हमारे जीवन में जन्म से शुरू होता है। हम पढऩे जाते हैं तो मां हमारा हर तरह से ख्याल रखती है।
पेंटिंग व फोटो फ्रेम में इनको मिला सम्मान
मेरी प्यारी मां अभियान में बच्चों ने अपनी मां के प्यार-दुलार को अपने हुनर से पेटिंग व साज-सज्जा से उकेरा तो उनको सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में लवी गोयल, प्रियांशी जैन, शिल्पी, भूमि, भानु, कृष्णा बघेल, श्याम, मयंक, पूनम, विनीता, मयंक, प्रिंस, तन्वी, कृष्णा, धनिष्का, वैष्णवी, अनन्या, विराज, गौतम, लारिया आदि थे।
माई तेरी चुनरिया लहराए
मां को समर्पित कार्यक्रम में माई तेरी चुनरिया लहराए, रंग तेरी गीत का.. रंग तेरी प्रीत का... रंग तेरी जीत का.. गीत पर भावुक नृत्य की प्रस्तुति दी। मेरी प्यारी मां लघुनाटिका में पुष्पेन्द्र, युवांक, आदित्य, रचित, गौरव आदि ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का निर्देशन रेशमा कुरैशी ने किया। प्रधानाचार्य गोपाल दत्त, आरती शर्मा, दिव्या, रिंकी, मनीषा, वंदना, अमित जैन, गौरव वर्मा, हेमंत, कंचन, धूपर, पीके पाठक, एलडी शर्मा, नेहा, रामकिशन, सोनी, विजय, विष्णु आदि ने भी बच्चों की हौसला अफजाई की।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.