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महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

संस्कारयुक्त शिक्षा से बदलेगा समाज, रुकेगा महिलाओं का उत्पीड़न

Published - Sun 01, Mar 2020

वरिष्ठ अधिवक्ता व कॉलेज के प्रबंधक रामवीर सिंह दादू ने कहा हमारे देश में प्राचीन काल से ही महिलाओं का स्थान काफी सम्मानजनक रहा है। शास्त्रों में कहा गया है कि जहां नारियों की पूजा होती है। वहां देवता निवास करते हैं।

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हाथरस। स्थानीय लेबर कॉलोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में अमर उजाला अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स के तहत हुई सेमिनार में छात्र-छात्राओं को विधिक जानकारी दी गई। इस मौके पर देश में प्राचीन काल से लेकर वर्तमान समय में महिलाओं की दशा पर चर्चा की गई और नारी सशक्तीकरण पर बल दिया गया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को शपथ भी दिलाई गई।
वरिष्ठ अधिवक्ता व कॉलेज के प्रबंधक रामवीर सिंह दादू ने कहा हमारे देश में प्राचीन काल से ही महिलाओं का स्थान काफी सम्मानजनक रहा है। शास्त्रों में कहा गया है कि जहां नारियों की पूजा होती है। वहां देवता निवास करते हैं। उन्होंने काफी विस्तृत रूप से इसकी व्याख्या भी की और छात्र-छात्राओं के समक्ष प्राचीन काल की कई ऐसीे प्रतिभाशाली महिलाओं का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई हो या फिर दुर्गावती, महिलाओं ने अपनी वीरता से दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। उन्होंने कहा कि बीच में पर्दापथा, दहेज प्रथा, कन्या की कोख में हत्या जैसी कुप्रथाएं हमारे देश में आ गईं, जिनका अभी भी दुष्प्रभाव जारी है, लेकिन वर्तमान में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी कर रही हैं। युद्ध भूमि पर शत्रुओं से भी मोर्चा ले रही हैं। उन्होंने दहेज प्रतिषेध अधिनियम, घरेलू हिंसा सहित कई अहम कानूनों की जानकारी भी छात्र-छात्राओं को दी। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को आज अच्छे संस्कार देने की जरूरत है। यदि संस्कारयुक्त शिक्षा बच्चों को मिलेगी तो अपने आप समाज की दशा सुधरेगी और महिलाओं का उत्पीड़न रुक जाएगा। सेमिनार में छात्रा अंशुल पटेल, गरिमा शर्मा, अनन्या सोलंकी के अलावा छात्र आयुष शर्मा ने भी इस सेमिनार में विचार व्यक्त किए और नारी सशक्तीकरण पर बल दिया। इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार शर्मा, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य राधाचरण सारस्वत, उप प्रधानाचार्य चिरंजीलाल, ललित उपाध्याय, राजवीर सिंह, रवेंद्र सिंह, नेपाल सिंह, राजीव तोमर, अशोक सिंह, लालू प्रसाद, अनुपमा राठौर, प्रतिभा सिंह, दुर्गेश शर्मा पारुल सिसौदिया मौजूद थे।