अपराजिता सजगता कार्यक्रम
मऊ। महिलाओं के लिए हर समय नई चुनौती रहती है, ऐसे में महिलाएं सजग रहकर अपने हर लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं। नगर के ताजोपुर स्थित फातिमा स्कूल में 9 जनवरी को आयोजित अपराजिता सजगता कार्यक्रम में प्रिंसिपल सिंथिया पाषाण ने यह बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्रों को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। हर पुरुष को नारी का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि वह अपनी हर ख्वाहिशों को छोड़कर परिवार की चिंता और उसे आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहती है। अपनी खुशी से ज्यादा परिवार की खुशी का ध्यान रखती है। ऐसे में उसे भी सम्मान और अधिकारों की जरूरत रहती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपराजिता बनने के लिए स्वयं आगे आने की जरूरत है। आज हमारे देश में महिलाएं विदेश मंत्री से लेकर रक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर हैं। जो महिला सशक्तीकरण का उदाहरण है। आज हर क्षेत्र में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। महिलाओं के अंदर से डर को निकालने में अमर उजाला अपराजिता सजगता अभियान एक अहम भूमिका निभा रहा है। कार्यक्रम में विद्यालय के 492 छात्र छात्राओं ने संकल्प पत्र भरा। साथ ही शपथ पत्र भरकर अन्य महिलाओं को जागरूक करने का संकल्प लिया। (9-1-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.