राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. एसबी सिंह ने कहा कि छात्राएं स्वयं में शक्तिशाली बनें, जिससे अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकें।
ललितपुर। अमर उजाला के ‘अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स’ मुहिम के तहत ग्राम मसौरा में दयोदय गोशाला में श्री दीपचंद्र चौधरी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की छात्राओं ने नारी गरिमा को अक्षुण्य बनाए रखने की शपथ ली। छात्राओं को शपथ दिलाते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. एसबी सिंह ने कहा कि छात्राएं स्वयं में शक्तिशाली बनें, जिससे अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकें। इससे वह परिवार और समाज में अच्छे से रह सकती हैं। समाज में उनके वास्तविक अधिकार को प्राप्त करने के लिए उन्हें सक्षम बनाना ही महिला सशक्तीकरण है।
राष्ट्रीय सेवा योजना द्वितीय इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने में अपराजिता अभियान मील का पत्थर साबित होगा। अपराजिता वही है, जो किसी से डरे नहीं और न कभी हार माने। ऐसे कार्यक्रमों से छात्राओं को सभ्य नागरिक बनाने में मदद मिलेगी। नारी को अपनी गरिमा को बनाए रखने के लिए आत्मविश्वास बनाए रखना होगा।
प्रो. भावना चढ़ार ने छात्राओं को वूमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, डायल-112 आदि के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर बिना किसी संकोच के इन नंबरों का उपयोग करें। छात्राओं ने अपराजिता मुहिम से जुड़ने के लिए शपथ पत्र भरे।
इस दौरान प्रो. विनीता जैन, प्रो. केपी सिंह, प्रो. महेद्र झां, प्रो. रामेंद्र कुुमार, प्रो. शुभम नामदेव, सिद्वार्थ जैन आदि स्टाफ व एनएसएस की छात्राएं मौजूद रहीं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.