Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

अत्याचार से निजात के लिए मजबूत इच्छा शक्ति जरूरी

Published - Thu 13, Feb 2020

ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल में मंगलवार को अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत आयोजित ‘महिला की सुरक्षा और कमजोर कड़ी’ विषयक संवाद में महिलाओं ने अपनी बात रखी।

aparajita sanwad ballia

बलिया। शिक्षित होने के साथ दृढ़ इच्छा शक्ति से ही महिलाएं अत्याचार से निजात पा सकती हैं। लोगों को भी महिलाओं के प्रति सोच बदलनी होगी, तभी समाज और देश का उत्थान होगा। यह शिक्षा और संस्कार के बगैर के संभव नहीं है। इसके लिए शिक्षित महिलाओं को समाज में आगे आना होगा। परिवार के लोगों को भी महिलाओं का सहयोग करना होगा, तभी महिलाएं चुनौतियों का सामना कर सकेंगी। महिलाओं की सुरक्षा पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
ये बातें जीरा बस्ती स्थित ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल में मंगलवार को अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत आयोजित ‘महिला की सुरक्षा और कमजोर कड़ी’ विषयक संवाद में महिलाओं ने कहीं। आयोजन में शामिल महिलाओं ने कहा कि वर्तमान परिवेश में लोगों की सोच बदली है। वर्तमान में महिलाएं नौकरी से लेकर राजनीति तक कर रही हैं। आयोजन में 44 महिलाओं ने भागीदारी की।

  • महिलाओं को सुरक्षा के लिए इच्छा शक्ति बढ़ानी होगी। खुद और बच्चों को शिक्षित करना होगा। महिलाएं बचपन से ही बच्चों को संस्कार दें और बेटा-बेटी के अंतर खत्म करें। लड़कियों को सही गलत के बारे में बताएं। संयुक्त परिवार में रहना सीखें। परिवार के सदस्य महिलाओं का सहयोग करें। - सीमा राय, ईओ, नगर पंचायत बांसडीह।
  • महिलाओं की सुरक्षा तथा कानून के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। क्योंकि कायदे कानून तो बने हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी का अभाव है। महिला सशक्तीकरण को लेकर अमर उजाला का यह अभियान सराहनीय है। - आरती सिंह
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने तमाम कानून बनाए हैं लेकिन जानकारी के अभाव में महिलाएं कोई कदम नहीं उठा पाती हैं। इसलिए इनका प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। - मधु श्रीवास्तव, प्रथम
  • परिवार और स्कूलों में ऐसी शिक्षा दी जाए कि लड़कियां और महिलाएं अपनी सुरक्षा खुद कर सकें। इसके अलावा बच्चों को बचपन से ही संस्कार दिया जाना चाहिए। बेटा-बेटी का भेद खत्म करना होगा। - प्रेमा यादव
  • शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर महिलाओं और लड़कियों को कराटे और आत्म सुरक्षा का प्रशिक्षण देना चाहिए। इसके अलावा कार्टून वीडियो के माध्यम से सेक्स एजुकेशन देना चाहिए ताकि लड़कियों को सही गलत का एहसास हो सकें। - मधु तिवारी
  • परिवेश ऐसा हो गया है कि वर्तमान में कोई महिला या लड़की अकेली नहीं चल सकती है। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि लड़कियां भी स्वतंत्र होकर घूम सकें। यह तभी संभव है, जब लोग अपनी सोच को बदलेंगे। - सिम्मी सिंह
  • महिलाएं कानून का लाभ जानकारी के अभाव में नहीं ले पा रही हैं। महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। - मधु श्रीवास्तव, द्वितीय
  • महिलाओं को सबसे पहले अपने आपको शिक्षित करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें आत्मविश्वास बढ़ा होगा, तभी वे अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। - रीना मिश्रा
  • सरकार ने जो नियम और कानून बनाए हैं, उसे कड़ाई से लागू किया जाय। कुछ महिलाएं कानून का दुरुपयोग कर पीड़ित महिलाओं के अधिकारों का हनन कर रही हैं। इससे उन्हें बचना चाहिए। - प्रिया पांडेय
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून के बारे में महिलाओं और लड़कियों को जानकारी देनी चाहिए। जगह-जगह कैंप लगाकर महिलाओं और लड़कियों को जागरूक करना चाहिए, ताकि वे जरूरत पड़ने पर कानूनी लड़ाई लड़ सकें। - सोनी प्रकाश
  • सुरक्षा के लिए जो कानून बनाए गए हैं, उसकी जानकारी महिलाओं और लड़कियों को नहीं है। स्कूल, कालेज व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न संस्थाओं और अन्य माध्यमों से जानकारी देने की आवश्यकता है। - अराधना राय
  • गांवों की महिलाएं कानून नहीं जानती हैं। ऐसी महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। गांव की महिलाएं कानून जानेंगी तो अपनी सुरक्षा खुद कर सकेंगी। - लक्की सिंह
  • पहले महिलाओं के साथ अपराध की जानकारी नहीं हो पाती थी लेकिन अब मीडिया के जरिये ऐसी प्रत्येक घटना की जानकारी लोगों को मिल रही है। मीडिया के जरिये आज महिलाएं और लड़कियां काफी जागरूक हुई हैं। लेकिन गांवों की महिलाओं को जागरूक करने की जरूरत है। - मनीषा तिवारी