सुरक्षा व स्वास्थ्य पर गोष्ठी
श्रावस्ती। महिलाओं की अपराधों के प्रति चुप्पी अपराधियों को और बढ़ावा देती है। इसलिए हमेशा अपराधी का विरोध करते हुए उसके सच को सबके सामने लाए और पुलिस को बताएं। इससे महिलाएं सुरक्षित रह सकती हैं। छात्राओं को भी हमेशा सतर्क और सचेत रहना चाहिए। समूह में ही घर से स्कूल आना-जाना चाहिए तथा अनजान लोगों से बात करने से बचना चाहिए। अपराजिता अभियान के तहत सत्या द आर्यन स्कूल इकौना में 11 जनवरी को आयोजित महिला सुरक्षा एवं स्वास्थ्य गोष्ठी में वक्ताओं ने छात्राओं को यह सीख दी। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मुकेश मातनहेलिया ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में शिक्षिकाओं व छात्राओं की आशंकाओं का समाधान किया। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एके मिश्रा ने बच्चों में सर्दियों में होने वाली समस्याओं के प्रति महिलाओं को अगाह किया। प्राचार्य चंद्रभूषण द्विवेदी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई जानकारियां दी। अंत में सभी ने अपराजिता शपथ ली। (11-1-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.