बेटियों की सुरक्षा के लिए निकली रैली में उमड़ा शहर
बरेली। वेद ऋचाओं और नात-किरत की गूंज से उभरा बेटियों की सुरक्षा का संकल्प सारी फिजा में फैल गया। ठीक इसी के साथ अमर उजाला के अपराजिता अभियान के तहत शुरू की गई इस मुहिम पर जीआईसी ग्राउंड से एक कारवां शहर में निकला तो कड़ाके की ठंड और कोहरे से लिपटी सुबह पर गर्मजोशी तारी होने लगी। तमाम स्कूलों के बच्चों के साथ इस मुहिम का हिस्सा बने 17 हजार से ज्यादा लोगों का यह काफिला जैसे-जैसे अपने गंतव्य की ओर बढ़ा, और भी लोग साथ जुड़ते गए। रास्ते भर बेटियों को सुरक्षा देकर उनके अरमानों को सहेजने का संकल्प गूंजता रहा। तमाम जगह फूलों की बारिश से इस मुहिम का खैरमकदम किया गया। जीआईसी ग्राउंड पर 4 फरवरी को सुबह सांग्वेद संस्कृत विद्यालय त्रिवटीनाथ के छात्रों के स्वस्तिवाचन और फिर सूफीटोला के दारुल उलूम मदरसा पंजतने पाक तुलबा के नात-किरत पढ़ने के बाद डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने अमर उजाला की ‘गर्ल चाइल्ड सिक्योरिटी रैली’ का शुभारंभ किया। उन्होंने इस दौरान अमर उजाला के अपराजिता अभियान को इस दौर का सबसे प्रासंगिक अभियान बताते हुए जीआईसी ग्राउंड पर मौजूद विशाल जनसमुदाय को बेटियों की सुरक्षा की शपथ दिलाई और सभी से नारी गरिमा को कायम करने वाले इस अभियान से जुड़ने को कहा। इससे पहले बरेली धर्मप्रांत के बिशप फादर इग्नीशियस डिसूजा ने ईश्वर का संदेश दिया। दरगाह आला हजरत के मदरसा मंजरे इस्लाम के डॉ. एजाज अंजुम ने कुरआन की आयत पढ़ी। कहा, अल्लाह उस घर पर ज्यादा मेहरबान होता है जहां बेटियां होती हैं। (4-2-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.