लॉकडाउन का पालन करके एकजुट होकर इसके बचाव के प्रति सचेत रहना चाहिए और लोगों को जागरुक करने लिए एकजुटता होनी बहुत जरुरी है। अगर सभी लोग सावधानीपूर्वक लॉकडाउन का पालन करते हैं तो यही कोरोना वायरस का इलाज है।
ललितपुर। ‘अमर उजाला’ द्वारा शहर में अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर महिलाओं ने कहा कि देश इस समय कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में इस जंग में सभी को एकजुट होकर कोरोना वायरस से लड़ना चाहिए और लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना चाहिए। तभी हम इस लड़ाई को आसानी से जीत सकते हैं।
महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन का पालन करके एकजुट होकर इसके बचाव के प्रति सचेत रहना चाहिए और लोगों को जागरुक करने लिए एकजुटता होनी बहुत जरुरी है। अगर सभी लोग सावधानीपूर्वक लॉकडाउन का पालन करते हैं तो यही कोरोना वायरस का इलाज है। इसी से हमारा और सब का बचाव हो सकता है। इसलिए सब लोग घरों में ही रहें। महिलाओं ने कहा कि हमारी जरा सी भी लापरवाही हमें बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए सभी से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सब लोग सावधानीपूर्वक अपने ही घरों में रहें और लॉकडाउन का सही तरीके से पालन करें। महिलाएं भी अपने- अपने घरों में रहते हुए लॉकडाउन का पालन कर रहीं हैं। और अपना ज्यादातर समय बच्चों के साथ बिता रहीं है। महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन के पहले परिवार के सभी सदस्य एकसाथ नहीं रह पाते थे। लेकिन अब लॉकउाउन की वजह से सभी को अपने परिवार के साथ में पूरा समय बिताने को मिल रहा है। ऐसे में सभी को अपने परिवार सहित घरों में ही रहना चाहिए जिससे लॉकडाउन का भी पालन होगा। सभी को लॉकडाउन का पालन करना बहुत जरुरी है क्योंकि सभी के एकजुट प्रयास से ही कोरोना को हराया जा सकता है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.