कोरोना को हराने के लिए नारी शक्ति जोश में है। देश को महामारी से उबारने के लिए महिलाएं भी पूरी दृढ़ता से अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। इस दौरान कई महिलाएं ऐसी हैं, जिन्होंने परिवार का मोह छोड़ दिया है। वे केवल कोरोना को हराने के लिए काम कर रही हैं।
झांसी। कोरोना को हराने के लिए नारी शक्ति जोश में है। देश को महामारी से उबारने के लिए महिलाएं भी पूरी दृढ़ता से अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। इस दौरान कई महिलाएं ऐसी हैं, जिन्होंने परिवार का मोह छोड़ दिया है। वे केवल कोरोना को हराने के लिए काम कर रही हैं। कभी गरीबों की मदद करती हैं, तो कभी लोगों को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए नसीहत देती हैं। परिवार के लोग कोरोना संक्रमण से बचे रहें, इसके लिए पूरी एहतियात बरत रही हैं। साथ ही, लोगों को भी मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करती हैं।
घर में घुसने से पहले खुद को करते हैं सैनिटाइज
मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी पर तैनात नर्स रितु सक्सेना पूरी मशक्कत से लोगों को कोरोना से बचाने के लिए जुटी हैं। अस्पताल में कोरोना से मरीजों को दूर रखने के लिए सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग करती हैं। इसके साथ ही ड्यूटी के घंटे बढ़ गए हैं, तो परिवार को समय कम दे पा रही हैं। शाम को घर में घुसने से पहले खुद को सैनिटाइज करती हैं। ताकि परिजन संक्रमण के प्रभाव से दूर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाना ही ध्येय है।
लॉकडाउन है सबके लिए जरूरी
मसीहगंज में ड्यूटी कर रहीं हैड कांस्टेबल सुमन भी लॉकडाउन का पालन कराने के लिए लोगों को जागरूक कर रही हैं। बैरियर पर तैनाती के दौरान लोगों के निकलने पर बेवजह घूमने पर जवाब तलब करती हैं। लोगों को मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के बारे में भी बताती हैं। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण सभी के लिए नुकसानदेह है। इसलिए लॉकडाउन जरूरी है। लोगों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं। देश की सेवा करने का अवसर मिला है।
गरीबों तक पहुंचा रहीं भोजन
नवाबाद थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर वंदना सिंह भी लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी को लेकर उत्साहित हैं। वे गरीबों की मदद कर पुण्य भी कमा रही हैं, तो महामारी से लोगों को बचाने का जतन भी कर रही हैं। वे बताती हैं कि कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जागरूक करते हैं। बेसहारों को आश्रय स्थल पहुंचाते हैं। साथ ही, गरीबों को भोजन वितरण कराते हैं। लोगों को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए जुटे हैं। परिवार को वक्त कम दे पा रहे हैं। ड्यूटी पर ही पूरा दिन निकल जाता है।
सबकी मदद से हारेगा कोरोना
नवाबाद थाने की एक और महिला पुलिसकर्मी शिवानी दुबे भी लोगों को कोरोना से बचने की सलाह दे रही हैं। लोगों को लॉकडाउन के बारे में बताने के साथ मास्क का उपयोग करने की सलाह देती हैं। ड्यूटी के दौरान सड़क पर बेवजह घूमने वालों को रोककर घर वापस भेजती हैं। उनका कहना है कि कोरोना सबकी मदद से हारेगा। इसलिए लोगों को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए।
ताकि कोई भूखा न सोए
लॉकडाउन के दौरान गरीबों और बेसहारों की मदद के लिए महिलाएं आगे आ रही हैं। शिवाजी नगर स्थित सेवाश्रम ज्ञानस्थली में महिलाएं गरीबों के लिए भोजन तैयार करती हैं। महिलाएं रोज 200 पैकेट तैयार करती हैं। इसके बाद करगुवांजी, कोछाभांवर, आईटीआई के पास बनी झोपड़ियों में रह रहे गरीबों को बांटती हैं। इस काय्र में संयोजिका अर्चना गुप्ता, अर्पणा, ममता, शीला, शांति, रुचि शामिल हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.