पुलिस की पाठशाला में छात्राओं ने एसएसपी को बताई परेशानियां, उन्होंने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए
नोएडा। स्कूल के बाहर लड़के झुंड बनाकर खड़े रहते हैं। छुट्टी के दौरान भद्दे-भद्दे कमेंट करते हैं। अगर कुछ बोलते हैं तो अगले दिन और ज्यादा लड़के आकर खड़े हो जाते हैं। घर वालों को बताओ तो वो उलटा हम लोगों को चुपचाप स्कूल से घर आने की सलाह देते हैं। इसमें हमारी क्या गलती है? कुछ ऐसे ही सवाल छात्राओं ने जिले के पुलिस कप्तान डॉ. अजयपाल शर्मा से उस वक्त किए, जब वे अमर उजाला के अभियान ‘अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स’ में बुधवार को सेक्टर-45 स्थित चेतराम शर्मा गर्ल्स इंटर कॉलेज में आयोजित पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम में पहुंचे। इसमें 1000 से ज्यादा छात्राओं ने हिस्सा लिया और उन्होंने एसएसपी और एसपी क्राइम से सवाल पूछे। अमर उजाला के कार्यक्रम में पुलिस के आला अफसरों को अपने बीच देख छात्राएं बहुत उत्साहित दिखीं।
सुबह 10 बजे आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी डॉक्टर अजय पाल शर्मा, एसपी क्राइम एके सिंह आए। सबसे पहले स्कूल के बैंड में शामिल छात्राओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान एसएसपी ने छात्रों से कहा कि विपरीत परिस्थितियों में चुप नहीं रहना चाहिए। अगर गलत हो रहा है तो आवाज उठाएं। अगर चुप रहोगे तो असामाजिक तत्वों का हौसला और बढ़ जाएगा। अगर कोई गलत कर रहा है तो उसके खिलाफ आवाज उठाएं। आपको पता होना चाहिए कि आपको अपनी समस्या किस को बतानी है। पुलिस आप लोगों के साथ है। पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। अगर कोई परेशान करता है तो सीधे 1090 पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने अमर उजाला के अपराजिता अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि छात्राओं को अपनी बात कहने का मौका मिला है। एक छात्रा ने एसपी क्राइम से पूछा कि स्कूल के बाहर लड़के खड़े रहते हैं, छुट्टी के दौरान कमेंट करते हैं। उस पर एसपी क्राइम ने संबंधित चौकी इंचार्ज को फोन करके तुरंत कार्रवाई के लिए कहा। उसके बाद एक छात्रा ने पूछा कि स्कूल से कुछ दूरी पर कुछ लोग रोज शराब पीते हैं। इस वजह से वहां से जाते हुए डर लगता है। इस सवाल पर तुरंत संबंधित चौकी इंचार्ज को बोलकर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एसपी क्राइम ने छात्रों द्वारा पूछे गए सभी सवालों का जवाब दिया। इस दौरान स्कूल की प्रिंसिपल इंदिरा शर्मा समेत सभी टीचर मौजूद रहे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.