पुलिस की पाठशाला
संतकबीरनगर। परिवार और समाज के डर से कई बार महिलाएं बेटियां बोल नहीं पाती और इसका फायदा अपराधी उठा लेते हैं। अपराधियों के हौसले इससे बढ़ते हैं और वह और भी ज्यादा अपराध करने लग जाता है। ऐसे में महिलाओं और बेटियों को बिना डरे अपनी बात परिवार और पुलिस के सामने रखनी रखनी चाहिए। इससे महिलाओं की मदद के साथ ही अपराधियों को जेल की हवा भी खिलाई जा सकेगी। अपराजिता अभियान के तहत 1 फरवरी को मेंहदावल तहसील के नेताजी सुभाषचंद्र बोस इंटर कॉलेज मेहदूपार में आयोजित पुलिस की पाठशाला में सीओ मेंहदावल आनंद कुमार पांडेय ने छात्राओं से यह बात कही। उन्होंने छात्राओं से कहा कि अगर कोई आपको परेशान करता है तो उसके डर और दिमाग में विभिन्न विचारों के चलते पढ़ाई भी प्रभावित होती है। ऐसे में परिवार में मां या अन्य महिला सदस्यों को इसकी जानकारी दें और उनकी मदद से पुलिस को भी बताएं। बेटियों को तत्काल सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई करने को प्रेरित किया। पाठशाला में 412 शपथ पत्र भरे गए और नारी गरिमा का संकल्प लिया गया। (1-2-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.