पुलिस की पाठशाला
पीडीडीयू नगर (चंदौली)। बदलते सामाजिक परिवेश के साथ खुद को समन्वय स्थापित करने की जरूरत है। तभी समाज में महिलाएं और छात्राएं सुरक्षित हैं। छात्राएं उतना ही सहनशील बने जब तक वे सुरक्षित हैं। आवश्यकता से अधिक सहनशीलता उनकी असुरक्षा का कारण बनती है। ऐसे में उन्हें सहने की नहीं, बल्कि बहादुरी से जवाब देने की जरूरत है। अपराजिता अभियान के तहत 20 फरवरी को पीडीडीयू नगर स्थित विक्रम सिंह कन्या पीजी कॉलेज में आयोजित पुलिस की पाठशाला में एएसपी प्रेमचंद ने छात्राओं से यह बात कही। उन्होंने कहा कि नारी हमेशा सशक्त रही है। उसे सिर्फ समझने और सतर्क रहने की जरूरत है कि उसके साथ कैसा व्यवहार हो रहा है। किसी के बहकावे में नहीं आएं, बल्कि सजग और सचेत रहें। उन्होंने पुलिस और सरकार की ओर महिला सुरक्षा के लिए चलाई जा रही हेल्पलाइन नंबर 1090, आशा ज्योति केंद्र 181, चाइल्ड लाइन 1098 और यूपी-100 के बारे में जानकारी दी। पाठशाला में करीब 200 छात्राओं ने शपथ पत्र भरकर नारी सशक्तीकरण का संकल्प लिया। कॉलेज प्रबंध समिति के सदस्य आकाश कुमार, व्यवस्थापिका डॉ. समृद्धि श्रीवास्तव, डॉ. अनिता अग्रवाल, डॉ. अनिता श्रीवास्तव, डॉ. हेमा गुप्ता, डॉ. नंदिनी ने भी छात्राओं को पढ़-लिखकर कामयाब बनने को प्रेरित किया। (20-2-19)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.