अपराजिता चेंजमेकर्स बेटियां
कासगंज। निहारिका चौहान, एक ऐसा नाम जो छोटे से गांव से निकलकर आज देशभर में छाई है। एक किसान की बेटी ने खेलों की दुनिया में एक नहीं, बल्कि तीन-तीन मंजिलें चुनी और तीनों पर ही कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। ग्राम रानामऊ की रहने वाली निहारिक ने 2006 से एथलीट से अपने खेलों में जगह बनाई। वह जनपद स्तरीय एथलीट में चैंपियन रहीं। इसके बाद उसने आर्म रेसलिंग में जोर आजमाइश की। 2012 में केरला पंचा कुश्ती एसोसिएशन द्वारा राष्ट्रीय स्तरीय पर आयोजित प्रतियोगिता में चैंपियनशिप हासिल की। उन्होंने प्रदेश की ओर से 67 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतिभागिता की। पॉवर लिफ्टिंग में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जुलाई 2012 में माउंट आबू राजस्थान में इंडियन पॉवर लिफ्टिंग फेडरेशन के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर पावॅर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में निहारिका ने 62 किलोग्राम भार में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जूडो में भी उनके प्रिय खेलों में एक हैं। वर्ष 2017 में जिला स्तर पर आयोजित चैंपियनशिप में जूडो की चैंपियन बनीं। उनके पिता एलआईसी अभिकर्ता हैं और खेती करते हैं। वह निहारिका को खेलों में लिए प्रोत्साहित करते हैं। निहारिका का कहना है कि किसी भी क्षेत्र में मेहनत, लगन और अभ्यास से हर मुकाम पाया जा सकता है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.