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हाथ फैलाने की बजाय खुद पर भरोसा, अलसुबह गांव-गांव अखबार बांटती हैं कृष्णा

Published - Tue 02, Apr 2019

अपराजिता चेंजमेकर्स

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चंडीगढ़। कृष्णा पिछले 3 सालों से पंचकूला के अलग-अलग गांवों में अलसुबह अखबार बांटने जाती हैं। पहले वह स्कूल में आया का काम करती थीं। वह हमेशा से ही खुद मेहनत करके कुछ अलग कर दिखाने की इच्छा रखती आई हैं। इसलिए 2016 में उन्होंने अपने पति के कहने पर उनके साथ न्यूज एजेंसी के लिए काम करना शुरू किया। कृष्णा क्षेत्र की एकमात्र  ऐसी महिला हैं, जो अलसुबह ऐसे इलाकों में पैदल जाकर अखबार बांटती हैं, जहां न तो सड़कें बनी हैं और न ही वाहन के आने-जाने की कोई सुविधा है। कृष्णा का कहना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, बस दिल में काम करने की इच्छा होनी चाहिए। समाज और लोगों की बातों को अनदेखा करके महिलाओं को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। इसी साल फरवरी महीने में उनकी बेटी की शादी हुई। इस पर हुए खर्चे में उन्होंने अपने पति को आर्थिक रूप से सहयोग भी दिया।