फैशन और मॉडलिंग की चकाचौंध की दुनिया को लोग पढ़ाई-लिखाई से अलग रखकर देखते हैं। इसलिए ऐश्वर्या श्योरान की इस सफलता की लोग खुले दिल से खूब तारीफ कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ब्यूटी विद ब्रेन कहकर पुकार रहे हैं।
चार अगस्त को यूपीएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद से ही 93वीं रैंक पाने वाली ऐश्वर्या श्योरान की चर्चा चारो ओर हो रही है। ऐश्वर्या ने अपने करियर की शुरुआत एक मॉडल के तौर पर की थी। साल 2016 की बात है जब उन्हें मिस इंडिया फाइनलिस्ट के तौर पर टॉप 21 में सेलेक्ट किया गया था। आज यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर वह कई लोगों की रोल मॉडल बन गई हैं। ऐश्वर्या की मां ने उनका नाम ऐश्वर्या राय बच्चन के नाम पर ही रखा था। फैशन और मॉडलिंग की चकाचौंध की दुनिया को लोग पढ़ाई-लिखाई से अलग रखकर देखते हैं। इसलिए ऐश्वर्या श्योरान की इस सफलता की लोग खुले दिल से खूब तारीफ कर रहे हैं और वह तारीफ के काबिल भी हैं। उन्होंने दिखाया कि अगर आप खुली आंखों सपने देखते हैं और उन्हें सच करने के लिए मेहनत करते हैं तो इस दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ब्यूटी विद ब्रेन कहकर पुकार रहे हैं।
शुरू ही पढ़ने में होशियार थीं
ऐश्वर्या शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थीं। वह बताती हैं कि मैं बचपन से ही पढ़ने में होशियार थी। किताबों से मुझे हमेशा ही लगाव रहा है। मैं अपने स्कूल की हेड गर्ल हुआ करती थी। मैंने साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई की है और बोर्ड परीक्षा में 97.5 फीसदी अंक हासिल किए थे। उसके बाद मैंने दिल्ली विश्वविधालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) कॉलेज में एडमिशन लिया।
हमेशा मिला पिता का साथ
ऐश्वर्या के पिता कर्नल अजय कुमार एनसीसी तेलंगाना बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर हैं। उनके पिता चाहते थे कि बेटी स्पोर्ट में करियर बनाए। लेकिन उनकी बेटी ने जो भी करना चाहा उसने उन्होंने उसका पूरा साथ दिया। उन्हें अपनी बेटी की काबिलियत पर भरोसा था, वह जानते थे कि वह जहां भी कदम रखेगी विजेता बनकर ही लौटेगी। उनके पिता बताते हैं कि बेटी ने एक दिन बोला कि मैं शौक के तौर पर मॉडलिंग करना चाहती हूं। तो मैंने हां कह दिया। इसके बाद हम लोग पूरे परिवार सहित मुंबई शिफ्ट हो गए। हालांकि यह एक मुश्किल फैसला था लेकिन बेटी के लिए मैंने किया। एक दिन बेटी ने बोला पापा मैं आईएएस की तैयारी करना चाहती हूं। उसमें में हमने उसका पूरा सपोर्ट किया।
ऐश्वर्या की सफलता का मंत्र 10+8+6
ऐश्वर्या ने अपनी यूपीएससी की पढ़ाई के लिए 10+8+6 फॉर्मूला बनाया। इस फार्मूले के तहत वह 10 घंटे पढ़ाई करती थीं, 8 घंटे सोती थी और 6 घंटे अपनी पसंद का कोई भी काम करती थी। वह कहती हैं इस परीक्षा में स्ट्रेटर्जी बहुत जरूरी है। यूपीएससी सिलेबस के बाहर कुछ नहीं पूछता इसलिए आपको थोड़ी मेहनत करके नोट्स बनाने चाहिए। ऐश्वर्या 100 पेज की किताब के नोट्स दो पेज में बना लेती थी। उन्होंने बेकार की चीजों को न पढ़कर महत्वपूर्ण चीजों को हाईलाइट कर पढ़ाई करने पर जोर दिया।
इंटरनेट से ही की यूपीएससी की तैयारी
ऐश्वर्या की सीखने समझने की शक्ति कमाल की है। उनका मानना है कि यूपीएससी जैसी परीक्षा को क्लियर करने आपको खुद मेहनत करने की जरूरत है। कोचिंक के सहारे न रहे। पुरानी परीक्षाओं के पेपर को देखकर आप खुद तय करें कि क्या महत्वपूर्ण है, क्या पढ़ना है और क्या छोड़ देना है। वह कहती हैं अगर अगर आप सुबह उठते ही इंस्टग्राम देखते हैं तो कहीं ना कहीं आप उसके गुलाम बन रहे हैं। मैंने तकनीक को हमेशा सीमित रखा। इंटरनेट का पढ़ाई में भरपूर इस्तेमाल किया। वहीं से नोट्स डाउनलोड किया। जब तक मैंने पढ़ाई किया अपने कमरे में अकेले सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया। इंटरनेट पर बहुत सा पढ़ाई का मैटेरियल उपलब्ध है उसमें उलझना नहीं है। केवल महत्वपूर्ण टॉपिक पर ध्यान देने की जरूरत है। और हां मैंने कोचिंग नहीं ली लेकिन मॉक टेस्ट बहुत दिए।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.