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पुलिस कांस्टेबल से नेशनल शूटर तक अनीता की कहानी

Published - Sun 07, Feb 2021

अनीता देवी हरियाणा में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं, लेकिन आज उनकी पहचान राष्ट्रीय निशानेबाज के तौर पर की जाती है।

anita devi

नई दिल्ली। प्रतिभा कभी छिपी नहीं रह सकती, कभी न कभी निकलकर बाहर आती है और अपनी पहचान खुद कराती है। ऐसी ही पहचान हरियाणा पुलिस में हेड कांस्टेबल अनीता देवी की भी है। अनीता एयर पिस्टल शूटिंग की नेशनल चैंपियन हैं और लगातार अपने लक्ष्यों को भेद रही हैं।
2008 में ज्वाइंन की पुलिस सेवा
अनीता ने 2008 में हरियाणा पुलिस सेवा को ज्वांइन किया। उनका मन हमेशा शूटिंग में रमता था, तो उन्होंने पुलिस सेवा में रहते हुए भी निशानेबाजी का अभ्यास शुरू किया। पति धर्मबीर गुलिया ने इसमें उनका पूरा साथ दिया। धीरे-धीरे वह अचूक निशाना लगाने लगीं और पुलिस में भी उनके खेल को सम्मान दिया जाने लगा। 2011 से 2019 के बीच हर साल उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर मेडल हासिल किया।
इंटरनेशल शूटिंग है लक्ष्य
अनीता अभी तक नेशनल स्तर पर निशानेबाजी कर रही हैं, लेकिन उनका सपना देश के लिए इंटरनेशल शूटिंग में हिस्सा लेना और मेडल लाना है। अभी तक उन्हें इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) की संबद्धता भी नहीं मिल पाई है। एक समय अनीता भारत की नंबर तीन निशानेबाज थीं, लेकिन वह इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकीं।

ले चुकी हैं कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा
अनीता देवी ने 2016 में हैनोवर में हुई इंटरनेशनल शूटिंग कॉम्पिटीशन में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में सिल्वर मेडल हासिल किया जबकि 25 मीटर एयर पिस्टल में उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया। अनीता का मुख्य लक्ष्य अपने बेटै को निशारेबाज बनाना है।
पिता चाहते थे पहलवान बने अनीता
हरियाणा के पलवल के लालपरा गांव में जन्मीं अनीता के माता-पिता चाहते थे कि वो पहलवान बने, लेकिन अनीता इस खेल में नहीं जाना चाहती थीं। हरियाणा पुलिस में शामिल होने के बाद उनकी इच्छा शूटिंग में जगी और विभाग से विशेष अनुमति लेने के बाद उन्होंने कुरुक्षेत्र के गुरुकुल शूटिंग रेंज में प्रशिक्षण लेना शुरू किया। अनिता ने हरियाणा स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत अपने महकमे का नाम चमकाया। शूटिंग के लिए अभ्यास में पति और महकमे ने उनका पूरा साथ दिया। धीरे-धीरे अनीता शूटिंग में रमती गईं तब उनके नियोक्ताओं को लगा कि वह नौकरी से ज्यादा खेल पर ध्यान दे रही है। अनीता देवी को नौकरी और खेल में कोई एक चीज़ चुनने को कहा गया और उन्होंने शूटिंग को चुन लिया। वह हरियाणा पुलिस में हेड कांस्टेबल की जिम्मेदारी निभा रही हैं और जल्दी ही असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर बनने वाली हैं। 2013 में नेशनल चैंपियन बनने के साथ उन्होंने पुलिस चैंपियनशिप में उन्होंने तीन गोल्ड मेडल जीते। 2015 के नेशनल गेम्स में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता। अनीता देवी का सपना अब अपने बेटे के साथ राष्ट्रीय टूर्नामेंट में शामिल होना है।