Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालीं अंजलि भारद्वाज को अमेरिका करेगा सम्मानित

Published - Wed 24, Feb 2021

भारत की बेटियों का दबदबा लगातार दुनिया में बढ़ रहा है। खेल, कला, विज्ञान के साथ राजनीति तक में देश की बेटियां गौरवांवित कर रही हैं। ऐसी ही एक बेटी का नाम है अंजलि भारद्वाज। वह कई सालों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहीं हैं। उनके इस संघर्ष को अब अमेरिका ने भी सलाम करते हुए उन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया है। इस सम्मान की शुरुआत हाल में ही अमेरिका के राष्ट्रपति बने जो बाइडन ने शुरू की है। अंजलि के अलावा 11 अन्य लोगों को भी इस सम्मान से नवाजा जाएगा।

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व वाले प्रशासन ने हाल में शुरू ‘अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी चैंपियंस अवॉर्ड’ के लिए 12 साहसी लोगों के नाम घोषित किए है। इनमें भारत की सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज का नाम भी शामिल है। 48 वर्षीय अंजलि ने दो दशक से ज्यादा समय से भारत में सूचना के अधिकार आंदोलन में एक सक्रिय सदस्य के बतौर भूमिका निभाई है। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, बाइडन प्रशासन यह रेखांकित करता है कि हम इन मुद्दों से मुकाबला करने में तब सफलता पाएंगे जब इसके लिए प्रतिबद्ध सहयोगियों समेत निडर लोगों के साथ काम करेंगे। ये वह लोग हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने के प्रयास किए और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी मानकों की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए काम किया।

नागरिक संगठन की संस्थापक हैं अंजलि

अंजलि भारद्वाज सतर्क नागरिक संगठन की संस्थापक हैं। यह नागरिकों का एक ऐसा समूह है, जो सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही तथा नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है। वे ‘सूचना के जन अधिकार का राष्ट्रीय अभियान’ की संयोजक हैं। इस संगठन ने भ्रष्टाचार रोधी लोकपाल और ‘व्हिसल ब्लोअर्स’ संरक्षण अधिनियम की हिमायत की और इसके तहत उन लोगों को संरक्षण मिला जो भ्रष्टाचार और ताकत के दुरुपयोग का खुलासा करते हैं।

एक और बेटी ने बढ़ाया मान...बाइडन ने कार्मिक प्रबंधन में किरण को किया नामित

राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय-अमेरिकी वकील और अधिकार कार्यकर्ता किरण आहुजा को कार्मिक प्रबंधन के कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए नामित किया है। कार्मिक प्रबंधन, एक संघीय एजेंसी है जो अमेरिका के 20 लाख से अधिक सिविल सेवकों का प्रबंधन करती है। अगर सीनेट इस पर मुहर लगाती है तो 49 वर्षीय किरण अमेरिका में इस शीर्ष पद पर सेवा करने वाली पहली भारतवंशी बन जाएंगी। उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग में एक नागरिक अधिकार वकील के रूप में अपना कैरियर शुरू किया, स्कूल के अलगाव के मामलों को सुलझाया और विभाग के पहले छात्र नस्ली उत्पीड़न मामले को दायर किया।