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पेशे से सिविल इंजीनियर हैं अंजना पर करती हैं मशरूम की खेती

Published - Sat 10, Oct 2020

गुजरात की अंजना गमित ने इंजीनियरिंग की हैं, लेकिन वो पार्किंग शेड में मशरूम की खेती कर अच्छी आमदनी भी कर रही हैं और युवा किसानों को खेती से जोड़ भी रही हैं।

anjana

नई दिल्ली। खेत-खलिहान और किसान की दुर्दशा देखकर आजकल लोगों का खेती से मोहभंग होता जा रहा है, लेकिन इस बदलते युग में ऐसे युवा भी हैं, जो पढ़-लिखकर खेती की ओर लौट रहे हैं। ऐसी ही एक महिला हैं गुजरात की अंजना गमित। पेशे से इंजीनियर अंजना ने अपने पेशे को छोड़कर खेती की ओर रुख किया और आज वो मशरूम की खेती कर हर साल अच्छा मुनाफा कमा लेती हैं।

देश की मिट्टी से जुड़े कई ऐसे पढ़े-लिखे नौजवान हैं जो कमाई के लिए खेती की तरफ मुड़ रहे हैं। बाजार में मशरूम की रिटेल भाव 300 से 350 रुपये किलो है और थोक का रेट इससे 40 फीसदी कम। इसे मिल रही बड़ी मांग के चलते कई किसानों ने पारंपरिक खेती को छोड़कर मशरूम उगाना शुरू कर दिया है। एक समय तक जब पढ़े लिखे युवा खेती-किसानी की बात सोच भी नहीं पाते थे और इसको छोटा काम मानते थे, लेकिन आजकल पढ़े लिखे युवा खेती की ओर रुख करने लगे हैं। ऐसी की एक महिला हैं, गुजरात के तापी जिले की सिविल इंजीनियर अंजना गमित। अजंना ने अपने क्षेत्र में मशरूम की खेती शुरू की है। इसे शुरू करने के लिए उन्होंने क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र से मशरूम की खेती का प्रशिक्षण लिया और उन्हें मशरूम के बीजों को पॉलिथीन बैग में  प्राप्त हुए। इसको उगा कर उनहोंने पच्चीस दिन में 45 किलो मशरूम उगा दिए।  
पार्किंग शेड को बदला खेत में
अंजना ने मशरूम की खेती करने के लिए अपने दस गुना दस के पार्किंग शेड को मशरूम की खेती के लिए इस्तेमाल किया। बाद में इसको बढ़ाकर उन्होंने अपने शेड को 25 × 45 फीट में बदल दिया। आज अंजना अपनी खेती से लाखों रुपये सालाना कमा रही हैं और युवाओं को और किसानों को भी मशरूम की खेती करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अंजना महिलाओं को भी अपने साथ जोड़ रही हैं।