दिल्ली की अन्वी श्रीवास्तव एक समाजिक कार्यकर्ता हैं। कोरोना से अपनी मां को खो चुके नवजात बच्चों को दूध पिलाने के लिए अन्वी ने एक अनोखी पहल शुरू की है।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण ने जहां परिवारों को तबाह कर दिया, वहीं कुछ ऐसे अभागे नवजात भी हैं, जिनकी मां इस संक्रमण के कारण चल बसीं। इन नवजात को मां का दूध अब कैसे मिलेगी यही सोचकर दिल्ली की एक समाजिक कार्यकर्ता अन्वी श्रीवास्तव ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर एक अनूठी पहल शुरू की है। अन्वी उन महिलाओं की सूची बना रही हैं, हाल ही में मां बनी हैं और अपना दूध दान करने की इच्छुक हैं, जिससे इन नवजातों का पेट भर सके।
अन्वी ने इस पहल को सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू किया। उन्होंने महिलाओं से ब्रेस्ट फीड दान करने की अपील की। कुछ महिलाओं ने इसमें दिलचस्पी दिखाई, तो उनका हौसला बढ़ा। आमतौर पर दूध बैंक में मां का दूध तीन सौ से पांच रुपये का मात्र तीस मिली मिलता है। लेकिन ऐसे बच्चे जो गरीब परिवारों में जन्में हैं, वो परिवार कैसे इसे वहन करेंगे, यही सोचकर उन्होंने ये मुहिम शुरू की है। उनकी पहल पर ब्रेस्ट फीड दान करने वालीं कई दानदाता महिलाएं सामने आई हैं और अन्वी उनका डाटा तैयार कर रही हैं। अन्वी चिकित्सकों की सलाहनुसार दूध स्टोर करती हैं। दिल्ली सरकार और दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग से भी उन्हें मदद मिल रही हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.