भारतीय उड़नपरी के प्रदर्शन से प्रभावित हैं नए हाई परफार्मेंस डायरेक्टर
नई दिल्ली। भारतीय एथलेटिक्स के ‘हाई परफार्मेंस’ निदेशक वोल्कर हरमन का मानना है कि यूरोप में तीन सप्ताह में पांच पदक जीतने वाली स्टार धाविका हिमा दास अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के करीब है।
उन्नीस साल की हिमा ने पोलैड और चेक गणराज्य में दो जुलाई के बाद से दो सौ मीटर की चार और चार सौ मीटर की एक स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया है। इस दौरान उन्होंने अपने समय में भी सुधार के साथ शानदार प्रदर्शन किया। हरमन ने कहा, ‘हिमा सही दिशा में आगे बढ़ रही है। अगर आप 50 सेकंड से कम समय में दौड़ (400 मीटर) पूरी करना चाहते है तो आपके पास 22.80 सेकंड में दौड़ (200 मीटर) पूरी करने की क्षमता होनी चाहिए।’ हिमा ने 20 जुलाई को 400 मीटर में 52.09 सेकंड के सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण जीता था।
हिमा ने दोहा में 26 सितंबर से छह अक्तूबर तक दोहा में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए 200 मीटर या 400 मीटर की दौड़ स्पर्धा के लिए क्वालिफाइ नहीं किया है।
पुरुष वर्ग में हालांकि मोहम्मद अनस ने 400 मीटर स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया। एक जुलाई को भारतीय एथलेटिक्स के साथ जुड़ने वाले हरमन ने कहा, ‘हमारे पास मोहम्मद अनस भी है जो अपने रिकॉर्ड में ही सुधार कर रहे है और यह शानदार है।’ ग्रासरूट लेवल पर करना होगा काम : उन्होंने कहा, ‘ टोक्यो ओलंपिक में अभी एक साल का समय है। हमें अपनी कमजोरियों और मजबूत पहलुओं पर काम करना होगा ताकि एथलीट अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके। लेकिन हमें 2024 और 2028 ओलंपिक को भी ध्यान में रखना होगा। 2024 ओलंपिक के लिए हमें 15 से 17 साल के उम्र के एथलीटों के साथ काम करना होगा। 2028 ओलंपिक के लिए हमें 10 से 12 साल के बच्चों के साथ काम करना होगा। इसके लिए हमें राज्य और जिले स्तर पर खिलाड़ियों को सही प्रशिक्षण और तकनीकी सुविधा देनी होगी।’
25-30 एथलीटों को मिल सकता है टोक्यो का टिकट
जर्मनी के हरमन ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक के लिए 25 से 30 भारतीय एथलीट क्वालिफाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘ पुरुषों और महिलाओं के 400 मीटर रिले में विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले आठ एथलीट सीधे क्वालिफाई कर लेंगे और हमारे लिए शायद यह सबसे आसान तरीका होगा। भाला फेंक और 400 मीटर दौड़ में भी हम अच्छी स्थिति में है।’
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.