वाद-विवाद प्रतियोगिता में दयावंती पुंज मॉडल डिग्री कॉलेज की बीएड की छात्रा सौम्या भट्ट को पहला स्थान मिला।
ज्ञानपुर (भदोही)। अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से श्री मुरारीलाल माहेश्वरी स्मृति वाद-विवाद प्रतियोगिता 18 जुलाई को काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुई। इसमें जिले के विभिन्न महाविद्यालयों के 38 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। दयावंती पुंज मॉडल डिग्री कॉलेज की बीएड की छात्रा सौम्या भट्ट को पहला स्थान मिला। प्रथम, द्वितीय, तृतीय और दो सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वाले विजेताओं को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया गया। अतिथियों ने होनहारों को पुरस्कृत किया।
केएनपीजी कॉलेज में सुबह 11 बजे वाद-विवाद प्रतियोगिता का शुभारंभ निर्णायक मंडल में शामिल राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ. राजकुमार पाठक, डीआईओएस अशोक चौरसिया, प्राचार्य डॉ. पीएन डोंगरे ने संयुक्त रूप से सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप जलाकर किया। इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उसके बाद शुरू हुई वाद-विवाद प्रतियोगिता दोपहर बाद चार बजे तक चली। ‘सोशल मीडिया पर प्रतिबंध देश हित में जरूरी’ विषय पर आयोजित वाद-विवाद में 10 से अधिक महाविद्यालयों से आए 38 छात्र-छात्राओं ने पक्ष-विपक्ष में अपने विचार रखे। किसी ने देश और समाज हित में सोशल मीडिया को प्रतिबंधित करने की वकालत की तो कोई आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इसकी उपयोगिता को अहम बताया। कहा कि जिनकी आवाज प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नहीं उठा पाते, उनके लिए सोशल मीडिया बहुत सहायक होता है। निर्णायक मंडल में शामिल डीआईओएस अशोक चौरसिया और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविंद्र कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया वर्तमान परिवेश की जरूरत है। हालांकि उसका प्रयोग कैसे करना है, उसे हमें समझने की जरूरत है। डॉ. राजकुमार पाठक और डॉ. अमित गोयल ने भी सोशल मीडिया के महत्व और उसकी खामियों को गिनाया। अंत में निर्णायक मंडल की ओर से दयावंती पुंज मॉडल स्कूल की छात्रा सौम्या भट्ट को प्रथम पुरस्कार पांच हजार नकद एवं प्रशस्ति पत्र, गिरिजा प्रसाद महिला महाविद्यालय सेमराध की छात्रा तमन्ना पांडेय को द्वितीय पुरस्कार तीन हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र और तृतीय पुरस्कार ओम उच्च शिक्षण संस्थान जंगीगंज की छात्रा प्रिया उपाध्याय को दो हजार के रूप में तीसरा पुरस्कार दिया गया। इसी तरह रामदेव पीजी कॉलेज की छात्रा शची मिश्रा और आईआईसीटी भदोही के छात्र ओम पांडेय को सांत्वना पुरस्कार स्वरूप एक-एक हजार नकद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन केएनपीजी कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कामिनी वर्मा ने किया। मौके पर सत्यदेव पांडेय आदि रहे।
प्रतिभागियों के विचार
आयोजन पर बोले अतिथि
इन्होंने किया प्रतिभाग
अनुष्का दूबे, प्रिया उपाध्याय, प्रिया सोनकर, तमन्ना पांडेय, दिलरूमा बानो, सदफ रहमान, राजन दूबे, फुर्सत अली, उत्कर्ष तिवारी, ओम पांडेय, प्रदीप यादव, उपासना जायसवाल, नीतू विश्वकर्मा, आकाश, शिविका मालवीय, सुषमा उपाध्याय, शीबू मालवीय, स्नेहा गोस्वामी, आंचल दूबे, काजल दूबे, शिवांगी मिश्रा, कृष्ण मुरारी पाठक, नीलू शुक्ला, अभिषेक सिंह, अभिषेक दूबे, शचि मिश्रा, सौम्या, कामिनी पांडेय, ऋचा मिश्रा, सूरज कुमार, जयलक्ष्मी गुप्ता, साक्षी पांडेय, संगीता बिंद, धनेश वर्मा, अतुल तिवारी, आलोक दूबे आदि रहे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.