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डर, झिझक और चुप्पी अब कल की बातें

Published - Sat 13, Jul 2019

आत्मरक्षा शिविर के समापन पर छात्राओं को दिए गए प्रमाणपत्र

varanasi self defence training

वाराणसी। डर, झिझक और चुप रहने की आदत अब हमने छोड़ दी है। अब तो हम दुर्व्यवहार क्या, बुरी नजर से देखने वालों की भी छुट्टी कर देंगे। छात्राओं के इस डर और झिझक को दूर करने का काम किया है सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ने। किक, पंच, अटैक, डिफेंस की छोटी-छोटी बारीकियों को जान समझकर, कराटे की तकनीक समझकर छात्राओं में अब इतनी हिम्मत आ गई है कि अब वे अपनी रक्षा खुद कर सकती हैं।
अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से विभिन्न विद्यालयों में चल रहा कराटे शिविर अपने समापन की ओर है। इस क्रम में 10 जुलाई को पहड़िया स्थित राज इंग्लिश स्कूल में प्रधानाचार्य विनोद कुमार मिश्रा और निदेशक हरीओम सिंह ने छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया। समापन के अवसर पर छात्राओं ने बीते 10 दिन में जो कुछ सीखा उसका प्रदर्शन किया। साथ ही अपने अनुभव भी बांटे। विद्यालय में चलाए जा रहे शिविर में 204 छात्राओं ने हिस्सा लिया था। कार्यक्रम में मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से ज्योति सिंह, दिव्या गुप्ता, अनीता प्रजापति, कृतिका आदि मौजूद रहे।

  • हमारा डर हमारी झिझक अब दूर हो गई है। अब कोई हमसे दुर्व्यवहार नहीं कर सकेगा और अगर किया तो उसे उसका पूरा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। - प्रिया पांडेय
  • बुरी नजर वालों से हम खुद ही नजर बचाकर निकल जाते थे, इससे मनबढ़ों को हौसला मिलता है। अब हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्हें मजा चखाएंगे। - वैभवी मिश्रा
  • हम लाख कराटे सीख लें, सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले लें, मगर हम में यह जज्बा नहीं होगा कि हम गलत का विरोध करें, तो हम कुछ भी नहीं कर सकते। - लवन्या सिन्हा
  • ट्रेनिंग को लेकर काफी अच्छा लग रहा है। खुद पर भरोसा जगा है कि हम किसी का खुलकर मुकाबला कर सकते हैं, गलत का जवाब दे सकते हैं। - कृतिका