दीपासराय में आजाद गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं व शिक्षिकाओं ने ली शपथ, उप जिलाधिकारी और एंटी रोमियो प्रभारी समेत कई अतिथियों ने दिलाई शपथ
संभल। अमर उजाला अपराजिता-100 मिलियन स्माइल कार्यक्रम में बुधवार को छात्राओं और शिक्षिकाओं ने नारी गरिमा का सम्मान बनाए रखने तथा उत्पीड़न का मुखर विरोध करने की शपथ ली। दीपासराय स्थित आजाद गर्ल्स डिग्री कॉलेज के सभागार में छात्राओं से संवाद करने के लिए उप जिलाधिकारी दीपेंद्र यादव मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। उन्होंने विशिष्ट अतिथियों के संग सभी छात्राओं को शपथ दिलाई। नारी गरिमा के विभिन्न पहलुओं पर अपने अनुभव साझा किया। साथ ही कहा कि लड़कियों को अपनी सुरक्षा के प्रति खुद सतर्क रहना पड़ता है। अगर आप अपनी मर्यादा बनाए रखेंगी और किसी को कदम आगे बढ़ाने का मौका नहीं देंगी तो लोग मर्यादा तोड़ने में डरेंगे। अगर किसी का व्यवहार आपको पसंद नहीं आता है तो उसका पहले कदम पर ही विरोध करें और यदि वह नहीं मानता है तो पुलिस और प्रशासन के साथ महिला हेल्पलाइन के नंबरों पर डायल करें। हेल्प लाइन के नंबरों पर महिला की पहचान को गोपनीय रखी जाती है। इसलिए डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। इसी मौके पर एंटी रोमियो प्रभारी अंजू भदौरिया ने कहा कि 100 डॉयल, 181 और 1090 की सेवाएं बहुत सराहनीय है। लड़कियों को किसी का उत्पीड़न सहने की जरूरत नहीं है। मुखर होकर विरोध करें। पुलिस की मदद लें। विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईं एंजिल पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य इरम फात्मा ने कहा कि लड़कों की तरह लड़कियों को भी अपनी गरिमा और सम्मान के साथ जीने का हक है। कोई इसमें बाधा नहीं डाल सकता। विशिष्ट अतिथि गायत्री महिला मंडल की अध्यक्ष सविता गर्ग ने मजिस्ट्रेट बनी अपनी बेटी आकांक्षा गर्ग का उदाहरण देते हुए कहा कि संकोच तोड़कर यदि खुद को मजबूत बनाएंगे तो कोई परेशानी नहीं आएगी। आजाद गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या शबेनूर बेगम ने छात्राओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। आजाद गर्ल्स डिग्री कालेज के प्रबंधक डा. शहजाद अहमद ने अमर उजाला की पहल को सराहा। सबका शुक्रिया अदा किया।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.