लॉकडाउन में हर कोई अपने-अपने तरीके से अपने समय का सदुपयोग कर रहा है। कोई कुकिंग के अपने शौक को पूरा कर रहा है कोई बागवानी, कोई संगीत, कोई लेखन तो कोई अपने अंदर के कलाकार को जिंदा कर रहा है। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली युवा आर्टिस्ट अपूर्वा सोनी ने अपने सेल्फ क्वारंटाइन समय में कोरोना से लड़ती पूरी दुनिया की तस्वीर ही बना डाली है। जिसे लोगों की काफी सराहना मिल रही है।
नई दिल्ली। अपूर्वा ने लॉकडाउन में बंद भारत के जज्बातों को उकेरने के साथ पूरी दुनिया को अपनी तस्वीरों में जगह दी है। मैनेजमेंट के क्षेत्र से आने वाली अपूर्वा शहर की आवास विकास कॉलोनी में रहती हैं। वह इस समय अपने क्वारंटाइन समय का बखूबी तरीके से सदुपयोग कर रही हैं। पूरी दुनिया कोविड-19 से अपने-अपने तरीके से जंग लड़ रही है, लेकिन एक आर्टिस्ट ने इस जंग को पेंटिंग में किस तरह उकेरा है, यह देखने लायक है। उन्होंने कोरोना के अलावा योग आदि से जुड़ी भीकई पेटिंग बनाई हैं, जिसकी सोशल मीडिया पर भी काफी तारीफ हो रही है।
संचार का अच्छा माध्यम होती हैं तस्वीरें
सोनी कहती हैं, एक अच्छी तस्वीर संचार का सबसे अच्छा माध्यम होती है। कोरोना वायरस से हम सब मिलकर जंग लड़ रहे हैं। हमारे स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस और पत्रकारों की सराहना दुनिया कर रही है। इसलिए मैंने इन्हें सम्मान देने की कोशिश करते हुए दुनिया में लॉकडाउन और कोरोना के तमाम आयामों को अपनी तस्वीरों में जगह देने की कोशिश की है।
भारत की हो रही हर तरफ प्रशंसा
अपूर्वा कहती हैं कि आज डब्ल्यूएचओ, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश भी कोरोना से लड़ने में भारत की चिकित्सा पद्धति और योग की सराहना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दीया जलाने की जो अपील की थी, उसने हर किसी के अंतर्मन को रोशन कर दिया। इस पर भी मैंने एक चित्रकारी की है। दीये की रोशनी से हमारा अंतर्मन और वाह्य वातावरण दोनों शुद्ध होता है। योगमुद्रा हमारे मानसिक और शारीरिक रूप में सामंजस्य बिठाने में सामर्थ्य प्रदान करती है। आम दिनों में अपूर्वा खुद की आर्ट, पेंटिंग और प्रदर्शनियों में इधर-उधर व्यस्त रहती हैं, लेकिन लॉकडाउन के समय का वह बखूबी इस्तेमाल कर रही हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.