मोबाइल इस्तेमाल के जहां बहुत से फायदे हैं, तो वहीं इससे बड़े भारी नुकसान भी हो सकते हैं। मोबाइल के कारण आयरलैंड की एमी लौरी के साथ ऐसा खौफनाक हादसा हुआ कि अब वह अपनी कहानी सबको बताकर जागरुक कर रही हैं...
गांव हो या शहर, मोबाइल फोन ने हमारा जीवन को कितना आसान बना दिया है कि कहीं दूर दराज बैठे हम अपने-अपनों का हाल कुछ पलों में ही जान लेते हैं। चिट्ठी-पत्री की जगह मोबाइल में मैसेज टाइप कर उनसे घंटों ढेर सारी बातें भी कर लेते हैं।
मोबाइल इस्तेमाल के जहां बहुत से फायदे हैं, तो वहीं इससे बड़े भारी नुकसान भी हो सकते हैं। जी हां, अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि मोबाइल पर ज्यादा देर तक बात करने पर उनके हाथ थक जाते हैं, तो कई लोग कहते सुने गए हैं कि मोबाइल को ज्यादा देर तक पकड़ने पर उनके हाथ सुन्न पड़ जाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि मोबाइल के कारण कोई विकलांग भी हो सकता है?
सच में ऐसा हुआ है... आयरलैंड की एक महिला के साथ। उसे फोन पर मैसेज टाइप करने की यानी चैटिंग करने की इतनी लत लग गई थी कि वो घंटों-घंटों उसपर मैसेज टाइप करती रहती थी। ज्यादा देर तक मोबाइल के इस्तेमाल करने के कारण मोबाइल से निकलने वाली जहरीली किरणों ने एमी के हाथ पर बुरा असर डाला, नतीजतन, एमी को अपना दायां हाथ कटवाना पड़ा। ये दुखद हादसा खुद इस महिला ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है और अपने साथ घटी घटना से सबक लेकर वह लोगों को जागरुक कर रही है।
क्या हुआ था एमी के साथ
35 साल की एमी लौरी ने बताया कि नवंबर 2018 में उसने महसूस किया कि ज्यादा देर तक फोन पकड़ने के कारण उसके हाथों में हल्का-हल्का दर्द होने लगा है। कुछ दिनों के बाद उसने ध्यान दिया कि उसकी दाईं हथेली में हल्की सूजन आ गई है। उसने सोचा कि शायद बदलते मौसम की वजह से ये सूजन आई होगी। उसने इसे नजरअंदाज कर दिया। कुछ दिनों के बाद हाथों की सूजन छोटे-छोटे फोड़ों में तब्दील होने लगी। धीरे-धीरे और फोड़े उभरने लगे। एमी घरेलू इलाज करती रही। अपनी इस परेशानी को घरवालों को बताया तो सबने हंसी में उड़ा दिया कि देर तक मोबाइल जो पकड़े रखती हो, इस कारण से हो रहा है। करीब एक साल बीत गया। एक दिन एमी को उन फोड़ों से असहनीय दर्द उठा। तब वह भागी-भागी डॉक्टर के पास गई। डॉक्टर भी समझ नहीं पाया कि एमी को फोड़े क्यों हो रहे हैं। जब एमी की बायोप्सी की गई तो पता चला कि उसे कैंसर है। हाथों में हुई सूजन इसी कैंसर के कारण था। डॉक्टर्स ने रिपोर्ट देख एमी को बताया कि ये मोबाइल से निकली रसायनिक किरणों से उसे कैंसर हुआ है और यह उसके हाथ से होते हुए पूरे शरीर फैल रहा है। इसलिए अगर कैंसर को और आगे बढ़ने से नहीं रोका गया तो जीवन खतरे में पड़ जाएगा। तब एमआरआई के बाद सर्जरी का फैसला किया गया।
हाथ को काटना पड़ा
अपनी जान बचाने के लिए एमी को अपना दायां हाथ कटवाना पड़ा। एमी कहती हैं कि घर के लोग ठीक ही कहते थे कि मोबाइल मुझे बीमार कर रहा है। हाथ की सूजन और फोड़े ये कैंसर की ओर इशारा कर रहे थे। अब सर्जरी के बाद एमी अपने हर काम के लिए पति पर निर्भर है। एमी ने बताया कि उसे इसका काफी गहरा सदमा लगा। इससे उबरने में उसे काफी समय लगा।
हल्के में ना लें
एमी का कहना है कि मैंने जो गलती की, उसकी सजा भुगत रही हूं। लेकिन मैं अपनी इस स्टोरी को बाकी लोगों को बता कर उन्हें जागरुक कर रही हूं। मैं ये सलाह देना चाहती हूं कि लोग मेरी तरह कभी ऐसी गलती ना करें। साथ ही शरीर में आए किसी भी विकार को हल्के में ना लें। अगर आपको कुछ भी अलग महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और उसकी सलाह माने। नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.