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चीनू ने दिखा किया बिजेनस में महिला भी कुछ कर सकती हैं

Published - Fri 14, May 2021

बिजनेस वर्ल्ड में जाना पहचाना नाम चीनू काला आज करोड़ों की मालकिन हैं। मात्र 300 रुपये लेकर घर छोड़ने वाली चीनू काला ने अपनी मेहनत से आज नाम व पैसा दोनों कमाया है।

नई दिल्ली। मेहनत और लगन से हर मुकाम को हासिल किया जा सकता है। ये चीनू काला से बेहतर कोई नहीं जानता। रूबेंस एक्सेसरीज की फाउंडर चीनू के ब्रांड की पहचान आज देश-विदेश में है।  चीनू ने साल 2014 में इसकी शुरुआत की थी।  बेंगलुरु में स्टार्ट हुए इस बिजनेस का विस्तार अब दिल्ली, कोच्चि और हैदराबाद तक फैल चुका है। राजस्थान की रहने वाली चीनू का पारिवारिक माहौल थोड़ा तनावपूर्ण था। इसी वजह से उन्होंने  मात्र 15 साल की उम्र में अपना घर छोड़ दिया। जब वह घर से निकली तो उनके पास मात्र 300 रुपये थे ,लेकिन हौसला बुलंद था कि कुछ कर दिखाना है। उनके पास न रहने को छत थी न कोई ठिकाना, पास थे  तो मात्र कुछ जोड़ी कपड़े और एक पुरानी चप्पल। कड़ी मशक्कत के बाद उन्होंने एक ठिकाना ढूढ़ निकाला और नौकरी की तलाश करती हैं। कोशिश रंग लाई, तो एक सेल्सगर्ल की नौकरी मिली, लेकिन उसमें भी घर-घर जाकर चाकू बेचने थे। इस नौकरी से उन्हें रोजाना बीस से साठ रुपये की कमाई हो जाती। कई बार कुछ हाथ नहीं लगता, लेकिन चीनू ने मनोबल नहीं टूटने दिया। नौकरी में मेहनत करने पर उन्हें प्रमोशन मिला और सुपरवाइजर बना दिया गया। कुछ समय बाद नौकरी छूटी, तो एक रेस्तरां में वेट्रेस का काम करने लगीं। इस बीच उन्होंने कुछ बड़ी कंपनियों के साथ भी काम किया। वो आर्थिक रूप से सफल हो चुकी थीं।

2004 में जिंदगी में आया मोड़
2004 में उन्होंने अमित काला से शादी की, तो उनकी जिंदगी में बदलाव आया। चीनू को एक सहारा मिल गया। चीनू बंगलुरू शिफ्ट हो गईं। चीनू हमेशा से एक बिजनेस पर्सन बनना चाहती थीं। चीनू काला ने साल 2008 में दोस्तों के कहने पर 'ग्लैडरैग्स मिसेज इंडिया पेजेंट' में भाग लिया। कम पढ़ी लिखी होने के बाद भी वो फाइनल तक पहुंची। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद चीकू अब एक मॉडल बन चुकी थीं।  इस दौरान उन्होंने फैशन इंडस्ट्री में 'फैशन ज्वेलरी' के बीच फासले को अनुभव किया। यहीं से उनके दिमाग में आइडिया आया कि अब वो अपनी सेविंग्स इसी काम में इस्तेमाल करेंगी। चीकू ने एक ब्रांड की नींव रखी रुबेंस। ये एथनिक और वेस्टर्न ज्वेलरी का कलेक्शन था। तमाम उतार चढ़ाव के बाद आखिर उन्होंने अपनी मंजिल पा ही ली और मार्केट में उनका प्रोडक्ट चल निकला। आज उनकी कंपनी में सौ से ज्यादा लोग काम करते हैं।

हर वर्ग के लिए उनके प्रोडक्ट
उन्होंने अपने प्रोडक्ट में हर वर्ग का खास ध्यान रखा है। नए डिजाइन और यूनिक एक्सेसरीज की कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं है। भारतीय और वेस्टर्न ड्रेस पर पहने जाने वाले उनके प्रोडक्ट 229 रुपये से शुरू होते हैं और उनकी कीमत दस हजार तक है। उनकी कंपनी का कुल रेवेन्यू सात करोड़ से ज्यादा है। जरा सी परेशानियों से हार मान लेने वाली महिलाओं के लिए चीनू एक प्रेरणास्रोत हैं।