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खुद आत्मनिर्भर बन अन्य महिलाओं को हुनर सिखा रही हैं दीक्षा

Published - Sun 04, Apr 2021

लखनऊ के घीला गांव की दीक्षा कश्यप दो बच्चों की मां हैं, लेकिन साथ-साथ आत्मनिर्भर महिला हैं और 90 अन्य महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं।

diksa

नई दिल्ली। कोरोना संकट के समय पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का सपना देशवासियों को दिखाया था और इसका असर भी खूब हुआ। लोग आज आत्मनिर्भर बनकर देश और खुद दोनों को मजबूत कर रहे हैं। इन्हीं आत्मनिर्भर लोगों में से एक हैं लखनऊ की दीक्षा कश्यप। दीक्षा 'रानी लक्ष्मी बाई' नाम का एक समूह चलाती हैं, जिसमें उनकी जैसी कई अन्य महिलाएं काम करती हैं। उन्होंने न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया बल्कि, अब वो करीब 90 महिलाओं को रोजगार दे रही हैं।

शुरू किया मसाला पैकिंग का काम
दीक्षा के सामने एक विवाहित महिला होने के कारण आगे बढ़ने के लिए तमाम रूकावटें थीं। परिवार, बच्चे, समाज के ताने आदि। लेकिन दीक्षा चाहती थीं कि वो आगे बढ़े, आत्मनिर्भर बनें। सबसे पहले उन्होंने एक बकरी खरीदी और उसको पाला। आगे बढ़ने की ललक के कारण वो सोशल सहेली नाम के एक समूह के संपर्क में आईं। इस समूह के संपर्क में आने के बाद उन्होंने खुद का व्यवसाय शुरू करने की तैयारी की। थोड़े प्रशिक्षण और बुलंद हौसल के कारण उन्होंने चालीस हजार की पूंजी के साथ परिवार क साथ मसाला पैकिंग का बिजनेस शुरू किया। पहले तो समाज ने, लोगों ने ताने दिए, लेकिन बिना उनकी परवाह किए वो आगे बढ़ती रहीं। समय के साथ उनका काम चल निकला। आज उन्हें स्थानीय ऑर्डर मिलने लगे हैं। दीक्षा व्हाट्सएप समूहों और अन्य माध्यमों से ऑनलाइन खुद के प्रोडक्ट बेचती हैं और करीब 90 महिलाओं को काम दे रही हैं।