मध्य प्रदेश की तनिष्का 12 की उम्र में 12वीं पास करके रिकॉर्ड बना चुकी हैं। अब मात्र 13 साल की उम्र में उन्होंने बीए में एडमिशन लिया है।
नई दिल्ली। कोशिश की जाए, तो कोई भी मुकाम हासिल हो जाता है। ये मध्य प्रदेश कि तनिष्का ने कर दिखाया है। तनिष्का की उम्र महज 13 साल है और उन्हें यूनिवर्सिटी के तक्षशिला परिसर के स्कूल ऑफ लाइफ लॉन्ग लर्निंग में बीए में एडमिशन मिला है। तनिष्का के नाम बारह साल की उम्र में कक्षा बारहवीं पास करने का भी रिकार्ड है। 13वें साल में तनिष्का को बीए में एडमिशन मिला है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
पिता का हो चुका है कोरोना से निधन
11 साल की उम्र में तनिष्का ने कक्षा दस पास कर सबको चौंका दिया था। वहीं 12 साल की उम्र में 12वीं पास कर एशिया बुक ऑफ अवार्ड में अपना नाम दर्ज कराकर सबको हैरान किया। तनिष्का के पिता की मौत कोरोना के कारण कुछ समय पहले हो चुकी है। इस समय अपनी मां के साथ रह रही तनिष्का का कहना है कि वो कुछ बड़ा करना चाहती हैं। यूनिवर्सिटी के कुलपति और उच्च शिक्षा विभाग की विशेष अनुमति मिलने के बाद ही उनको एडमिशन मिला है।
असमान्य छात्रा का दर्जा पा चुकी है तनिष्का
पढ़ाई-लिखाई में अव्वल तनिष्का के नाम कई ऐसी उपलब्धि हैं, जिन्हें पाना हर किसी के बस की बात नहीं। वह आंखों पर पट्टी बांधकर पढ़ाई कर सकती हैं। ढाई साल की उम्र में पढ़ाई शुरू करने वाली तनिष्का ने आठवें साल में कक्षा पांच पास कर ली थी
और इसके बाद से होम स्कूलिंग कर रही हैं। वह बीए एलएलबी करना चाहती थीं, लेकिन उसकी मंजूरी नहीं मिली।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.