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आईपीएस अपर्णा की जिद के आगे झुके पर्वत, दुनिया की सबसे ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहरा कर बढ़ाया देश का मान

Published - Sat 31, Aug 2019

आईपीएस अपर्णा कुमार ने देश के साथ दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों के शिखर पर तिरंगा फहरा देश का मान बढ़ाया है। उनके इसी जज्बे को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार 2016 से सम्मानित किया। राष्ट्रीय साहसिक कार्य के लिए दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च पुरस्कार जीतने वाली वह पहली आईपीएस अधिकारी हैं। देश में राष्ट्रीय एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए दिए जाने वाले इस पुरकार को अर्जुन पुरस्कार के समकक्ष माना जाता है।

नई दिल्ली। जिद और जुनून के आगे पहाड़ भी झुकता है। यह किसी फिल्म का डायलॉग नहीं, बल्कि यूपी कैडर की आईपीएस अपर्णा कुमार की सफलता की कहानी सुनने के बाद खुद-ब-खुद मुंह से निकल जाने वाले अल्फाज हैं। अपर्णा ने देश के साथ दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों के शिखर पर तिरंगा फहरा देश का मान बढ़ाया है। उनके इसी जज्बे को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार 2016 से सम्मानित किया।  राष्ट्रीय साहसिक कार्य के लिए दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च पुरस्कार जीतने वाली वह पहली आईपीएस अधिकारी हैं। देश में राष्ट्रीय एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए दिए जाने वाले इस पुरकार को अर्जुन पुरस्कार के समकक्ष माना जाता है।
आईपीएस अपर्णा कुमार के पति संजय कुमार सहारनपुर के मंडलायुक्त हैं। अपर्णा इन दिनों आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) में डीआईजी हैं और देहरादून में तैनात हैं। गुरुवार को जब उन्हें सम्मानित किया गया, तो मंडलायुक्त संजय कुमार भी वहां मौजूद रहे। राष्ट्रपति के हाथों इस सम्मान के मिलने पर जब तालियां बजीं तो मंडलायुक्त संजय कुमार के चेहरे पर खुशी अलग ही झलक रही थी।

बेटी 6 साल की थी, फिर भी पीछे नहीं खींचे कदम

  • आईपीएस अपर्णा कुमार ने 2013 में पर्वतारोहण शुरू किया। उस समय उनकी बेटी महज 6 साल की थी। इसके बावजूद उन्होंने पर्वतारोहण की तरफ कदम बढ़ाया और हर मुश्किल को पार करते हुए सबसे ऊंचे पर्वत शिखरों पर तिरंगा फहराया। वह विश्व की दुर्गम और सर्वोच्च ऊंची चोटियों पर पहुंचकर तिरंगा फहरा चुकी हैं। वह एशिया के सबसे ऊंचे पर्वत शिखरों के अलावा छह महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटियां भी फतेह कर चुकी हैं। इसके अलावा दक्षिणी ध्रुव के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर पर तिरंगा फहराने वाली प्रथम महिला आईपीएस अधिकारी हैं। इन कामयाबियों के चलते वह उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार 2015 और उत्तर प्रदेश यश भारती पुरस्कार 2016 की विजेता भी रही हैं।

अपर्णा की अब तक की उपलब्धियां
- जून 2019 में उत्तरी अमेरिका महाद्वीप के अलास्का में सर्वोच्च चोटी माउंट डेनाली पर तिरंगा फतेह किया। इसके साथ ही वह सातों महाद्वीपों की सर्वोच्च चोटी पर भारत का झंडा फहराने वाली प्रथम पुलिस अधिकारी बनीं।

  1. 13 जनवरी 2019 को दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाली प्रथम आईपीएस।  
  2. 30 अगस्त 2014 को अफ्रीका महाद्वीप का सबसे ऊंचे पर्वत शिखर किलमंजारो (तंजानिया) पर तिरंगा फहराया।
  3. 07 नवंबर 2014 को आस्ट्रेलिया एवं महासागरीय क्षेत्र का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर कार्सटेन्सज पिरामिड (इंडोनेशिया) पर तिरंगा फहराया।
  4. 14 जनवरी 2015 को दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर एकोनेकागुआ (अर्जेन्टीना) पर तिरंगा फहराया।
  5. 7 अगस्त 2015 को यूरोप महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर एल्बरस (रूस) पर तिरंगा फहराया।
  6. 17 जनवरी 2016 को अंटार्कटिका महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर विनसन मैसिफ पर तिरंगा फहराया।
  7.  21 मई 2016 को एशिया महाद्वीप और विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर एवरेस्ट नार्थ फेस (चीन-तिब्बत) पर तिरंगा फहराया।
  8. 25 सितंबर 2017 को विश्व के 8वें सबसे ऊंचे पर्वत शिखर मनासू 8163 मी. (नेपाल) पर तिरंगा फहराया।