कश्मीर की इरफाना जरगर पैड वुमेन के नाम से जानी जाती हैं। लॉकडाउन में उन्होंने महिलाओं को फ्री सैनिटरी पैड बांटे और महिलाओं को जागरुक किया।
नई दिल्ली। कोरोना के बादले धीरे-धीरे छंटने लगे हैं, लेकिन कोरोना संकट ने देश और समाज और ऐसे कई लोगों से रुबरु कराया है, जो संकट के समय में अपनी नहीं समाज और देश की चिंता करते हैं। इन्हीं लोगों में से एक नाम है कश्मीर की इरफाना जरगर का। श्रीनगर में पैड वुमेन के नाम से जानी जाने वाली जरगर ने लॉकडाउन के समय में भी महिलाओं को फ्री सैनिटरी पैड वितरित किए।
कोरोना संकट के समय जब लॉकडाउन लगा,तो श्रीनगर की महिलाओं को हर महीने सैनिटरी पैड की सप्लाई खरीदने में मुश्किल हो रही थी। ऐसे में उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव भी पड़ रहा था। ऐसे में इरफाना जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आईं और महिलाओं के लिए एक मददगार चेहरा बनकर उभरी हैं। इरफाना इस दौरान श्रीनगर और आसपास के गांवों में महिलाओं, लड़कियों को फ्री में सैनिटरी नैपकिन दे रही हैं। लॉकडाउन की वजह से यहां महिलाओं को हर महीने सैनिटरी पैड की सप्लाई खरीदने में मुश्किल हो रही थी। उनका ये सफर जारी है।
शुरू किया अभियान
इरफाना ने अपने पिता की याद में एक ईवा सेफ्टी किट इनीशिएटिव शुरू किया है। इस अभियान के तहत उन्होंने अब तक श्रीनगर में 15 शौचालयों से ज्यादा में मेन्सट्रुअल किट बांटे हैं। उन्होंने यह कॉन्सेप्ट पहले शौचालयों में शुरू किया था। वो अब इसे आगे बढ़ाना चाहती हैं और आसपास के गांवों तक इसकी पहुंच कराना चाहती हैं। इरफाना ने अपनी कमाई का आधा हिस्सा मेन्स्ट्रअल प्रॉडक्ट खरीदने में लगा दिया है और ये सप्लाई गरीब बच्चियों में बांट दिया है। इरफाना के किट में पीरियड के दौरान स्वच्छ और स्वस्थ आदत बनाए रखने में मदद करने के लिए सैनिटरी नैपकिन, एंटीस्पैज्मोडिक्स और हैंड वॉश वगैरह होता है।
लोगों ने की तारीफ
उनके इस इनीशिएटिव की तारीफ स्थानीय लोगों ने भी की है और उनकी मदद कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि वो अच्छा काम कर रही हैं। लॉकडाउन की वजह से हम बाहर नहीं जा पाते थे, ऐसे में हम उनसे संपर्क करते थे और वो हमारी मदद करती थीं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.