ओडिशा की मधुमिता अग्रवाल भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल विनिर्माण कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं और जल्द अपना इलेक्ट्रिक स्कूटर मार्केट में उतारने की तैयारी में हैं।
नई दिल्ली। महिलाएं आज हर क्षेत्र में वो कर रखी हैं, जो पुरुषों की बपौती ही समझा जाता था। ऐसी ही एक महिला हैं, मधुमिता अग्रवाल ओबेन इलेक्ट्रिक व्हीकल प्राइवेट की सह संस्थापक मधुमिता भारत में अपना पहला स्कूटर उतारने की तैयार कर रही हैं। अपने पति दिनकर अग्रवाल के साथ मिलकर ओबेन की नींव रखने वाली मधुमिता भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बड़ी रेंज उतारना चाहती हैं। मधुमिता आज की महिलाओं के लिए एक ऐसी प्रेरणा हैं, जिसे देखकर कोई भी उत्साह से भर जाए। आज उनकी कंपनी ‘IPexcel करोड़ों का राजस्व अर्जित कर रही है। इसकी शुरूआत उन्होंने अपने दिनकर के साथ की थी। उनकी कंपनी भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी, जो एक इन-हाउस इलेक्ट्रिक वाहन ‘OBEN’ को विकसित कर रही है। मधुमिता भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं।
पढ़ाई में रहीं अव्वल
एक सफल उद्यमी मधुमिता ओडिशा के राउलकेला में एक साधारण परिवार में जन्मीं। स्कूली पढ़ाई यहीं से हुई फिर ‘बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय’ से बायोटेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग की डिग्री ली। आईआईटी-खड़गपुर के ‘राजीव गांधी स्कूल ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी लॉ’ से इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी में विशेषज्ञता करते हुए कानून की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान भारत के टेक्नोलॉजी हब बंगलुरू, खड़कपुर आदि में रहना हुआ। 2012 में आईआईटी-खड़गपुर से ग्रैजुएट होने के बाद, उन्होंने खुद की कंपनी ‘IPexcel’ शुरू की। उनकी कंपनी का काम प्रौद्योगिकी कंपनियों को नवाचारों को विकसित करने, प्रौद्योगिकियों में सुधार, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी से जुड़े अधिकार आदि के बारे में बताना था। उनकी कंपनी ने कई नेशनल इंटरनेशल कंपनियों के साथ काम किया, जिससे तकनीकी पहचान में उनको मदद मिली। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आज उनकी कंपनी के 1500 से ज्यादा क्लाइंट हैं। उनके पति दिनकर अग्रवाल उनके साथ पढ़ते थे। वह पहले ‘जनरल इलेक्ट्रिक’ के साथ काम कर चुके हैं। IPexcel, आज एक मल्टी मिलियन डॉलर का राजस्व देने वाली कंपनी है। मधुमिता ने जब से कंपनी शुरू की तो उनकी टीम पूरे जोश से भरी थी ओर सेल्स, मार्केटिंग, ट्रेनिंग आदि में पूरे जोश से काम किया। शुरुआत में, कर्मचारियों के लिए भी सब कुछ बेहद मुश्किल था, लेकिन पहले जिन लोगों को उन्होंने काम पर रखा था, वे अब वहां के लीडर हैं।
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर जाना
मधुमिता और उनके पति ने मोबिलिटी व्यवसाय में भी हाथ आजमाया। कंपनी ने कई फर्मों से संपर्क किया। न्होंने अपने बाजार और इसकी मौजूदा समस्याओं को समझने के अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों में एक विशेषज्ञता और मजबूत रुचि विकसित की। चार सालों में बाजार, उत्पाद, बाजार की कमियां आदि पर काम किया अगस्त 2020 बेंगलुरु में उन्होंने ‘OBEN इलेक्ट्रिक व्हीकल’ को स्थापित किया। उनकी कंपनी की तैयारी है कि जल्द से जल्द बाजार में ई-स्कूटर लाया जाए और इसके लिए काम भी जोरों से चल रहा है। उनके ई स्कूटर की बैटरी रेंज 300 किलोमीटर होगी और अधिकतम गति 90 किमी प्रति घंटा होगी। ये स्कूटर स्मार्ट फीचर से लैस होगा। बैटरी की सेल को छोड़कर, सभी कल-पुर्जे भारत में बनाए और डिजाइन किये गए हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.