भाजपा सांसद रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा सांसद आजम खां से न सिर्फ दो बार माफी मंगवाई बल्कि उन्होंने आजम का बचाव कर रहे अखिलेश यादव को खबरदार किया कि वह शांत रहें।
नई दिल्ली। भाजपा सांसद रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा सांसद आजम खां से न सिर्फ दो बार माफी मंगवाई बल्कि उन्होंने आजम का बचाव कर रहे अखिलेश यादव को खबरदार किया कि वह शांत रहें। रमादेवी के तेवर और उनका आत्मविश्वास सदन में देखने लायक था। स्पीकर ओम बिड़ला ने संसद की गरिमा का हवाला देते हुए भविष्य में ऐसा आचरण नहीं करने की हिदायत देकर मामले को खत्म कर दिया। बताते चलें कि लोकसभा में चर्चा के दौरान आजम खान ने रमा देवी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका सभी सांसदों ने मिलकर विरोध किया था और आजम खान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जिस समय आजम खान ने टिप्पणी की थी उस समय रमा देवी पीठासीन सभापति की कुर्सी पर बैठी थीं। सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले स्पीकर ने आजम और रमा देवी के साथ अपने कार्यालय में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में बैठक की, जहां विवाद को खत्म करने की रूपरेखा तैयार हुई। सपा सांसद के निष्कासन पर अड़ी रमा देवी ने आजम की ओर से बिना शर्त माफी मांगने के प्रस्ताव पर अपना मन बदल लिया।
रमा देवी के कहने पर फिर दिया बयान
सपा सांसद के माफी मांगने के बाद रमा देवी ने कहा, हेड फोन नहीं लगाने के कारण मैं आजम की बात सुन नहीं सकी। इस पर स्पीकर ने उनसे दोबारा अपनी बात रखने के लिए कहा तो आजम ने कहा, वह मेरी बहन के समान हैं। बात को एक बार कहें या हजार बार, बात वही रहेगी। किसी सदस्य के लिए मेरी भावना गलत हो, यह मेरे लिए संभव नहीं है। फिर भी किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं क्षमा चाहता हूं।
आजम के बचाव में आए अखिलेश, भाजपा सांसद ने जताई आपत्ति
दोबारा माफी मांगने को कहे जाने पर अखिलेश ने आजम का बचाव किया। उन्होंने कहा, मैं सांसद के बगल में बैठा हूं और उन्होंने अपनी बात रख दी है। इस पर रमा देवी अखिलेश से नाराज हो गईं और उन्होंने कहा, आजम के मुंह में भी जुबान है। खबरदार, आप बीच में न बोलें। मैं संघर्ष कर यहां तक पहुंची हूं। जहां तक आजम का सवाल है तो इनकी आदत जरूरत से ज्यादा बिगड़ी हुई है। वह बाहर भी ऐसे ही बोलते रहे हैं। इन्हें अपनी आदत सुधारनी चाहिए।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.