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नेतली ने मदद के बदले बढ़ाया मदद का हाथ

Published - Sun 06, Sep 2020

फ्रांस की नेतली बिन लॉकडाउन के कारण फ्रांस नहीं लौट पाईं और थाईलैंड में फंस गईं। इस दौरान थाईलैंड में लोगों से मिली मदद के बाद उन्होंने वहां के लोगों की मदद करना शुरू कर दिया।

नई दिल्ली। मुसीबत छोटी हो या बड़ी अगर उस समय मदद के लिए कोई हाथ आगे आ जाए, तो राहत तो मिलती है। मुसीबत से लड़ने की हिम्मत भी पैदा होती है। ऐसा ही कुछ फ्रांस की नेतली बिन के साथ भी हुआ। लॉकडाउन के कारण वह थाईलैंड में फंस गईं। हालांकि उनका बिजनेस पेरिस में था, तो वह यहां बिजनेस के सिलसिले में आईं थीं। लॉकडाउन लगा, तो नेतली को लगा कि परदेस में फंसे होने के कारण उनतक मदद नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन यहां के लोगों ने उनकी मदद की और हौंसला दिया कि सब जल्द सही होगा। उन्होंने सोचा कि इस परेशानी में फंसे लोग रोजमर्रा की जरूरत कैसे पूरा कर रहे होंगे। बस फिर क्या था, इसी आइडिया पर काम शुरू किया और थाईलैंड के लोगों की मदद करना शुरू किया।

तीस हजार लोगों तक पहुंचाया खाना
नेतली थाईलैंड में फंसी थीं, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने यहां के तीस हजार जरूरतमंद लोगों को फ्रेश फूड पहुंचाया। साथ ही जरूरत की चीजों को भी दिया। ये वो लोग थे, जो घरेलू सहायक, रेहड़ी पटरी लगाते थे। नेतली ने शेफ्स से लेकर वालंटियर्स का एक नेटवर्क तैयार किया ताकि वह अपनी महामारी के चलते प्रभावित लोगों की मदद कर पाएं। उन्होंने ग्रुप को नाम दिया कोविड थाईलैंड एड । उनका ग्रुप 100 लोकेशन से अधिक 30 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक फ्रेश पका हुआ खाना और केयर पैकेज पहुंचा चुका है।

ऐसे फंसी थीं नेतली
नेतली को फ्रांस लौटना था, लेकिन फ्लाइट बैन होने की वजह से फ्रांस लौट नहीं पाईं। यहां उनका घर और ई-कॉमर्स का बिजनेस था। थाईलैंड में फंसी होने के बाद उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से जरूरतमंदों को ग्रोसरी की मदद की। हालांकि अब लॉकडाउन हट चुका है, लेकिन उनका सफर बड़ा हो चुका है और उनके साथ 450 वालंटियर्स शामिल हो चुके हैं। थाईलैंड में उनका ग्रुप 32 प्रांतों में जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहा है।