Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

नक्सलियों के गढ़ में तैनात चार महिला स्वास्थ्य कर्मी कोरोना को मात देने में जुटीं

Published - Tue 31, Mar 2020

कोरोना का खौफ हर किसी पर हावी है, मगर में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पूरी तन्मयता और शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। इसी में शामिल हैं नक्सलियों के गढ़ में कोरोना मरीजों की जांच करने को जुटीं चार महिला स्वास्थ्य कर्मी। जिनके जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।

छत्तीसगढ़ में जुटीं चार स्वास्थयकर्मी

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के नक्सलगढ़ इलाके में 43 गांव ऐसे हैं, जहां सड़क-बिजली, पानी, स्कूल और अस्पताल नहीं है। इंद्रावती नदी, डोंगी नाव से पार करके ही इस इलाके में पहुंचा जा सकता है। ऊपर से घने जंगल, ऊंचे पहाड़, वन्य प्राणियों और नक्सलियों का खतरा। ऐसी जगह पर चार महिला स्वास्थ्य कर्मी (एएनएम) कोरोना की रियल फाइटर बनकर सामने आई हैं। कई किलोमीटर पैदल चलकर अबूझमाड़ के दुर्गम इलाके में थर्मल स्क्रीनिंग किट और मॉस्क लेकर गांव-गांव पहुंच रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी रानी मंडावी, सुनीता मरावी, सुमित्रा सोढ़ी, रत्नी ककेम की तैनाती भैरमगढ़ इलाके में इंद्रावती नदी के पार अबूझमाड़ के सरहदी गांवों के चार उप स्वास्थ्य केंद्रों में है। नदी पार यह समूचा इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। नक्सल खौफ और भौगोलिक दुरहता को दरकिनार कर महिला स्वास्थ्यकर्मी कोरोना को मात देने में जुटी हैं।

स्वास्थ्य कर्मी महिलाएं कर रहीं ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण

अधिकारियों के अनुसार माड़ इलाके के कई ग्रामीण मजदूरी करने तेलंगाना गए थे। इनके गांव वापसी की खबरें लगातार स्वास्थ्य विभाग को मिल रही हैं। गांव चिन्हित कर महिला स्वास्थ्य कर्मी ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही हैं।

अबूझमाड़ के किसी भी गांव में कोरोना का कोई भी संदिग्ध नहीं मिला

इलाके को प्राथमिकता में रखकर थर्मल स्क्रीनिंग किट और जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं। अब तक कोरोना का कोई भी संदिग्ध मरीज इस इलाके में नहीं मिला है। इंद्रावती नदी के पार ताकीलोड, सतवा, बेलनार, बड़ेपल्ली, छोटे पल्ली, झिल्ली, बैल समेत 43 गांव हैं, जो सरकार की पहुंच से दूर हैं। इंद्रावती नदी पर पुल नहीं है। लिहाजा स्वास्थ्य कर्मी नदी को डोंगी नाव के सहारे पार कर पहुंच रही हैं।

कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट निकली निगेटिव

छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉजिटिव पाए गए रायपुर, बिलासपुर,दुर्ग और राजनांदगांव के मरीजों के संपर्क में आए करीब सवा सौ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसकी पुष्टि एम्स के डॉक्टरों ने की है। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से तीसरे चरण का खतरा कम नजर आ रहा है, हालांकि डॉक्टर सतर्क हैं और अन्य लोगों की भी जांच कर रहे हैं।