महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों एक 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला लोगों को ट्रैफिक रूल्स सिखातीं नजर आ रही हैं। ऐसा करते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और वह लोगों के लिए एक मिसाल बन गई हैं।
नई दिल्ली। सड़क पर ट्रैफिक नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए सरकार ने नियमों और कानूनों को काफी सख्त बनाया है, जुर्माने की राशि भी अप्रत्याशित तौर पर बढ़ा दी है। इसके बावजूद बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो अब भी ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं। महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों एक 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला लोगों को ट्रैफिक रूल्स सिखातीं नजर आ रही हैं। ऐसा करते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और वह लोगों के लिए एक मिसाल बन गई हैं।
निर्मला गोखले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों को मानती हैं और पूरे अनुशासन के साथ जीवन जीती हैं। वह दूसरों को भी बापू की राह पर चलने की प्रेरणा देती हैं। सेवानिविृत्त शिक्षक होने के साथ वह एक गृहणी भी हैं। पुणे में वह अपने पूरे परिवार के साथ रहती हैं। घर के रोजमर्रा के कामकाज के साथ ही निर्मला अपनी सेहत का भी बहुत ध्यान रखती हैं और रोजाना वॉक पर जाना नहीं भूलती हैं।
बाइकर्स को फुटपाथ पर देख हुईं नाराज
20 फरवरी को भी वह अपने रूटीन के मुताबिक शाम को वॉक करने गईं थीं। घर लौटते वक्त वह फुटपाथ से गुजर रही थीं। सड़क पर जाम लगा था। फुटपाथ पर कुछ दूर चलने के बाद उन्होंने देखा कि कुछ बाइकर्स फुटपाथ पर ही चढ़ गए हैं। यह देखते ही उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने बाइकर्स को डांटना शुरू कर दिया। उनका यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो देखने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं।
...तो आसान हो जाएगा पुलिस का काम
निर्मला ने 'फुटपाथ गाड़ी चलाने के लिए नहीं होती है तब भी लोग उस पर बाइक लेकर आ जाते हैं। इससे फुटपाथ पर चल रहे लोग दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। मैंने देखा तो मुझे गुस्सा आया और मैंने उन बाइकर्स को बोला या तो नीचे उतरो या फिर मेरे ऊपर से ही बाइक निकाल दो। तब उन्हें यह बात समझ आई और वह फुटपाथ से नीचे उतर गए। निर्मला गोखले का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें साफ देखा जा सकता है कि वह कैसे डांटते हुए फुटपाथ पर चढ़े बाइकर्स को सबक सिखा रही हैं। उनका साफ कहना है कि अगर हम ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे तो इसमें हमारा ही फायदा है और पुलिस का काम भी आसान हो जाएगा, दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.