अगर आप में दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो उम्र किसी काम में बाधा नहीं बन सकती है। उम्र एक संख्या से ज्यादा कुछ नहीं है। इस बात को चरितार्थ कर दिखाया है उत्तराखंड की दो महिलाओं निशा गुप्ता और गुड्डी थपलियाल ने। इन दोनों महिलाओं ने 50 साल की उम्र में अपने घर से गिफ्टस आइटम का व्यापार शुरू किया और तीन साल के भीतर छोटे से कारोबार को एक कंपनी में तब्दील कर दिया। आज इस कंपनी की बदौलत निशा और गुड्डी हर साल तकरीबन दो करोड़ रुपये का कारोबार कर रही हैं। इस कारण इन्हें देहरादून की सुपर मॉम्स भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इनके सफर के बारे में...
नई दिल्ली। देहरादून में रहने वालीं निशा गुप्ता एक उद्यमी परिवार से हैं। वह ग्रेजुएट हैं। उन्हें साल 2017 में अपने घर में चलने वाली दुकान से गिफ्ट आइटम्स बेचने का आइडिया आया। उन्होंने प्रयोग के तौर पर इसे शुरू किया और उम्मीद के मुताबिक मुनाफा हुआ। इससे उनका हौसला बढ़ा, साथ ही कारोबार को बढ़ाने की इच्छाशक्ति और मजबूत हुई। निशा गुप्ता के घर के पास ही गुड्डी थपलियाल रहती हैं। वह महज कक्षा 5वीं तक पढ़ी हैं। उन्हें व्यापार के बारे में कोई आइडिया नहीं था। एक सहेली के कहने पर उन्होंने भी गिफ्ट्स बेचने के कारोबार शुरू किया, लेकिन उन्हें आशा के मुताबिक कामयाबी नहीं मिली। इसी बीच आईटी फील्ड से जुड़े निशा गुप्ता के बच्चों ने उन्हें ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने का सुझाव दिया। यहीं से नींव पड़ी 'गीक मंकी' (Geek Monkey) नामक ऑनलाइन कंपनी की।
गुड्डी ने निशा के सामने रखा पार्टनरशिप का प्रस्ताव
गुड्डी थपलियाल को जब निशा गुप्ता की योजना के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने उनके साथ पार्टनरशिप करने की इच्छा जाहिर की। निशा को यह सुझाव पसंद आया और फिर दोनों ने व्यवसाय की तैयारी शुरू कर दी। दोनों ने साल 2017 में गीक मंकी (Geek Monkey) नाम से अपने एक ऑनलाइन गिफ्टिंग प्लेटफार्म की शुरुआत की। दोनों ने ऑनलाइन व्यापार शुरू तो कर दिया, लेकिन ऑनलाइन मार्केट में गिफ्ट आइटम के पहले से कई प्लेटफार्म होने के कारण उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही थी। ऐसे में दोनों के सामने चुनौती यह थी कि वे अपनी गिफ्ट कंपनी को औरों से अलग कैसे खड़ी करें, किस तरह ग्राहकों को अपनी ऑनलाइन शॉप की तरफ आकर्षित करें। कहते हैं न 'जहां चाह, वहां राह' इसी तर्ज पर दोनों बिजनेस मॉम्स ने मिलकर इस समस्या का समाधान भी खोज ही निकाला।
हस्तशिल्प को बढ़ावा देकर बनाई अलग पहचान
निशा गुप्ता और गुड्डी थपलियाल ने योजना के मुताबिक अपनी ऑनलाइन शॉप पर ऐसे गिफ्ट आइटम रखे जो दूसरों से अलग थे। दोनों ने हैंड मेड गिफ्ट आइटम्स को अपनी वेबसाइट पर रखा। हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न हस्तशिल्प कलाकारों को अपने साथ जोड़ा। धीरे-धीरे इनका व्यवसाय बढ़ता गया और आज ये दोनों सालाना दो करोड़ का कारोबार कर रही हैं।
गीक मंकी पर 99 रुपये से लेकर 13 हजार तक के गिफ्ट
गुड्डी थपलियाल अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने द्वारा ग्राहकों के साथ की गई व्यक्तिगत बातचीत को देती हैं। इनकी वेबसाइट पर ग्राहकों के लिए अलग-अलग कीमत के विभिन्न प्रकार के गिफ्ट हैं। वे 99 रुपये से लेकर 13, 000 रुपये तक के उपहार अपनी वेबसाइट पर बेचती हैं। इन दोनों सुपर बिजनेस मॉम्स ने सभी को सिखाया है कि सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.