अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने महिलाओं के लिए बने डिजिटल प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया। यह अपनी तरह का पहला डिजिटल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है। इसका मकसद महिलाओं का सशक्तीकरण और वैश्विक स्तर पर उनका उत्थान करना है। सहभागिता, नेटवर्किंग और आपसी सहयोग के लिए ‘हरसर्किल’ प्लेटफॉर्म महिलाओं को एक सुरक्षित माध्यम प्रदान करेगा। ‘हरसर्किल’ को महिलाओं के विश्वव्यापी डिजिटल समूह के तौर पर बनाया गया है। इसकी शुरुआत भारतीय महिलाओं के साथ होगी, लेकिन दुनिया भर की महिलाओं की भागीदारी का रास्ता भी खुला रहेगा।
नई दिल्ली। ‘हरसर्किल’ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो हर उम्र और आर्थिक सामाजिक पृष्ठभूमि वाली महिलाओं की बढ़ती जरूरतों, उनकी आकांक्षाओं, महत्वाकांक्षाओं और सपनों को पूरा करेगा। इसके लॉन्च के अवसर पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने कहा, 'जब महिलाएं महिलाओं का ध्यान रखती हैं तो अविश्वसनीय चीजें होती हैं। मैं जीवन भर मजबूत महिलाओं से घिरी रही, जिनसे मैंने करुणा, लचीलापन और सकारात्मकता सीखी और बदले में वही सीख मैंने दूसरों को देने का प्रयास किया।
बेटी और बहू से बहुत कुछ सीखा
नीता अंबानी ने कहा सीखना एक सतत प्रक्रिया है। मैं 11 लड़कियों के परिवार में पली-बढ़ी, जहां मुझे खुद पर विश्वास करना सिखाया गया। अपने सपनों को साकार करने के लिए बिना शर्त प्यार और विश्वास मुझे अपनी बेटी ईशा से मिला। अपनी बहू श्लोका से मैंने सहानुभूति और धैर्य सीखा। चाहे वह रिलायंस फाउंडेशन में मेरे साथ काम करने वाली महिलाएं हों या राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महिला नेता, हमारे साझा अनुभवों ने मुझे सिखाया है कि हमारे संघर्ष और जीत एक-दूसरे के साथ गुथे हुए हैं।'
सिस्टरहुड इस प्लेटफॉर्म की विशेषता
नीता अंबानी ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि हम ‘हरसर्किल’ (HerCircle.in) के माध्यम से लाखों महिलाओं के लिए समर्थन और एकजुटता का एक विस्तृत सर्किल बना सकते हैं। जिसमें हर महिला का स्वागत होगा। 24x7 वैश्विक नेटवर्किंग, डिजिटल क्रांति एवं सबके सहयोग से ‘हरसर्किल’ सभी संस्कृतियों, समुदायों और देशों की महिलाओं के विचारों और पहल का स्वागत करेगा। समानता और सिस्टरहुड इस प्लेटफॉर्म की विशेषता होगी। ‘हरसर्किल’ महिलाओं से संबंधित सामग्री प्रदान करने के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन होगा। यह आकर्षक और महिला विकास की सामग्री से भरपूर होगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से महिलाओं को एक-दूसरे से जुड़ सकेंगी। यहां वीडियो देखे जा सकेंगे। साथ ही वित्त, कार्य, व्यक्तित्व विकास, सामुदायिक सेवा, सौंदर्य, फैशन, मनोरंजन, रचनात्मक आत्म अभिव्यक्ति के लेख पढ़े जा सकेंगे। महिलाओं की सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भागीदारी को कवर करने वाली समाधान उन्मुख जीवन रणनीतियों के लेख भी यहां मिलेंगे।
स्वास्थ्य से लेकर उद्यामिता तक की मिलेगी सलाह
प्लेटफॉर्म पर रिलायंस का विशेषज्ञ पैनल महिलाओं को स्वास्थ्य, कल्याण, शिक्षा, उद्यमिता, वित्त, परोपकार और नेतृत्व पर मुफ्त सलाह देगा। अपस्किलिंग और जॉब सेक्शन में प्रोफाइल के अनुकूल नौकरी के अवसर भी प्राप्त होंगे। महिलाएं डिजिटल पाठ्यक्रमों के माध्यम से सफल व्यवसायी बनने के गुर भी यहां सीख सकती हैं। हरसर्किल का सोशल नेटवर्किंग हिस्सा केवल और केवल महिलाओं के लिए ही होगा। जबकि विडियो और आर्टिकल वाला सेक्शन सभी के लिए खुला रहेगा। सोशल नेटवर्किंग केवल महिलाओं के लिए ही आरक्षित होने के कारण महिलाएं बिना झिझक नए दोस्त बना सकेंगी और सवाल पूछ सकेंगी। वित्त प्रबंधन और स्वास्थ्य संबंधी सवालों के लिए विशेष चैटरूम बनाया गया है। फिटनेस, गर्भ और पेरेंटिंग संबंधी विषयों के लिए एक विशेष ‘हर गुड हैबिट एप ट्रैकर’ भी इसमें उपलब्ध होगा।
गूगल प्ले स्टोर और जियो एप पर उपलब्ध है ‘हरसर्किल’
हरसर्किल, डेस्कटॉप और मोबाइल पर खुलने वाली वेबसाइट है। यह गूगल प्ले स्टोर और माय जियो एप स्टोर पर मुफ्त उपलब्ध है। हरसर्किल में यूजर्स फ्री रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अभी यह वेबसाइट अंग्रेजी में उपलब्ध है बाद में अन्य भारतीय भाषाओं में इसे लॉन्च किया जाएगा।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.