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पहली बार फीमेल क्रू मेबर लेकर पहुंचीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस

Published - Sun 23, May 2021

कोरोना संक्रमण के समय जब सांसों पर संकट हैं, तो दक्षिण-पश्चिम रेलवे की महिला क्रू मेम्बर पहली बार ऑक्सीजन लेकर बंगलुरू पहुंची।

Oxygen Express

नई दिल्ली। महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी काबलियत का लोहा मनवा रही हैं, फिर चाहें वो मुश्किल समय हो या फिर आम जीवन। लेकिन महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। हाल में देशे में चल रहे कोरोना संकट के बीच जब ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची, तो रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई। यहां भी महिलाओं ने अपना लोहा मनवाया और जोलारपेट्टई से बंगलुरू तक ऑल फीमेल क्रू ऑक्सीजन एक्सप्रेस लेकर पहुंची।
पूरी तरह महिला संचालित इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस को जमशेदपुर से रवाना किया गया था। इसमें 120 मिट्रिक टन ऑक्सीजन था। रेलवे की ये सातवीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस थी। लेकिन इस ट्रेन की खासबात ये थी कि इसके सभी क्रू मेंबर महिलाएं हीं थीं। दक्षिण पश्चिम रेलवे के अनुसार, लोको पायलट सिरीशा गजिनी और सहायक लोको पायलट अपर्णा आर पी ने जोलारपेट्टई से बेंगलुरु के लिए ट्रेन चलाई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 8वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस भी 109.2 मीट्रिक टन जीवन रक्षक गैस लेकर गुजरात के जामनगर से बेंगलुरु पहुंची। राज्य सरकार ने राज्य में बढ़ते कोविड मामलों को देखते हुए प्रतिदिन 1,200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की है। दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से अब तक सभी आक्सीजन ट्रेन का संचालन टाटानगर, राउरकेला व वेस्ट बोकारो से किया गया है। अब तक इन स्टेशनों से उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, बरेली, मध्य प्रदेश के सागर, भोपाल, हरियाणा के फरीदाबाद, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड के देहरादून, कर्नाटक के बेंगलुरू सहित पंजाब के लुधियाना, आंध्र प्रदेश, केरल सहित केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की सप्लाई की गई है।